- शाहिद मंजूर ने एक सप्ताह के लिए एहितयातन कोठी को किया खाली
- खुदाई में नहीं हो हादसा, बरती जा रही सतर्कता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भूमिगत रैपिड रेल के लिए ट्रैक बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। तहसील से नादर अली की बिल्डिंग और कोठी अतानस से होते हुए फुटबॉल चौराहे तक अंडर ग्राउंड काम चलेगा। हर रोज 30 मीटर सुरंग बनाने का कार्य पूरा किया जाता है। ऐसा दावा एनसीईआरटीसी की तरफ से किया गया है। अब यहां पर जिन लोगों के मकान है, उनको भी अलर्ट कर दिया गया है। मकान भी खाली कराये जा रहे हैं।
जैसे नादर मल बिल्डिंग जहां पर पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर रहते हैं, उनको भी एहितयातन एक सप्ताह के लिए मकान खाली कराया गया है। कहा गया है कि सात दिन के अंदर उनके मकान से आगे तक अंडरग्राउंड रेल की खुदाई/निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा।
दरअसल, एहितयातन इस वजह से बढ़ती जा रही है क्योंकि जरा सी कोई चूक होती है तो बिल्डिंग गिर भी सकती है। हालांकि इस तरह का कभी हुआ नहीं हैं, फिर भी सतर्कता बरती जा रही हैं। इस वजह से ही एनसीआरटी के इंजीनियर एहितयातन बरत रहे हैं। इसमें भी कुछ वैसा ही किया गया है सुदर्शन विदेशी मशीन से सुरंग तैयार करने के दौरान। करीब 17 मीटर नीचे खुदाई कर सुरंग बनाई जा रही है।
यह अपने आप में एक अलग तरह की सुरंग बनाई जा रही है। बताया गया कि रविवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर ने अपना जलीकोठी स्थित मकान को खाली करा दिया और उसके नीचे या आसपास से होकर ही सुरंग बनाने का काम किया जा रहा हैं। निर्माण के दौरान पूरी सतर्कता बरती जा रही हैं। इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री व उनका परिवार भी सहयोग कर रहा हैं। अन्य लोगों को भी इसमें सहयोग करने के लिए कहा गया हैं।
रैपिड और मेट्रो ट्रेन का ट्रैक एकसाथ ही ट्रैक रहेगा। दिल्ली रोड पर दोनों का ट्रैक एक साथ चल रहा है। मेट्रो कहीं एलीवेटिड है और कहीं अंडर ग्राउंड, जबकि रैपिड शहर में पूरी तरह से अंडरग्राउंड है। ऐसे में कहीं रैपिड ट्रेन मेट्रो ट्रेक के ऊपर चलेगी तो कहीं-कहीं बराबर में। वहीं 5.8 किमी टनल के प्रवेश और निकास स्थान पर कार्य शुरू हो चुका है। दिल्ली से मेरठ तक 82 किमी के रैपिड रेल कॉरिडोर का कार्य शहर के बीचों-बीच पहुंच गया है।
मेरठ में तीन स्टेशनों को भूमिगत बनाया जाना है। भूमिगत स्टेशन बेगमपुल पर काम चल रहा हैं। वहां पर एक लिंटर डाला जा चुका हैं। दूसरा लिंटर डालने की तैयारी चल रही हैं। इसके लिए 5.8 किमी टनल के प्रवेश और निकास स्थान पर कार्य शुरू कर दिया गया है। एनसीआरटीसी की कोशिश है कि वर्ष-2023 दिसंबर तक मेरठ तक रैपिड रेल का संचालन किया जा सके। ऐसा दावा खुद केंद्रीय शहरी आवास मंत्रालय के सचिव कर चुके हैं।
कार्य की रफ्तार को देखते हुए ये संभव भी दिख रहा हैं। मेरठ में दिल्ली रोड स्थित टीपीनगर तिराहे के पास से टनल का काम तहसील ओर रोडवेज वर्कशॉप से काम शुरू किया गया है। वहीं, कंपनी बाग के सामने जाकर टनल खत्म होगी। इन दोनों स्थानों पर ही टनल का काम तेजी से चालू कर दिया गया है। काफी टनल बन भी चुकी हैं। टनल में तीन स्टेशनों का निर्माण भी शुरू करने के लिए प्राथमिक प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
इसमें पहला स्टेशन दिल्ली की तरफ से मेरठ सेंट्रल, दूसरा स्टेशन भैंसाली और तीसरा स्टेशन बेगमपुल होगा। तीनों पर काम तेजी से चल रहा हैं। इसके आगे टैंक चौराहे के पास जाकर टनल से बाहर रैपिड रेल निकलेगी। यहां भी टनल का काम तेजी से चल रहा हैं। भैंसाली बस अड्डे के अंदर ही स्टेशन बनाया जा रहा है, उस पर भी तेजी से काम चल रहा हैं। एक ऊपर का लिंटर भी डाला जा चुका हैं। टनल भी बनाई जा चुकी हैं। इसका खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निरीक्षण पिछले दिनों मेरठ प्रवास के दौरान करके गए थे।