- सदर के लोगों में नाराजगी बोले-पूर्व की भांति किया जा सकता था आयोजन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बुधवार को भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली रथ यात्रा के लिए अपर जिलाअधिकारी नगर के यहां दोनों पक्षों की वार्ता हुई। वार्ता में यात्रा निकालने की योजना थी जिसका संचालन थाना सदर बाजार के इंस्पेक्टर द्वारा किया जाना था। किंतु पं. गणेश शर्मा व संजय बाजपेई ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए स्पष्ट कहा की यात्रा हम निकालेंगे वरना यात्रा नहीं निकलने देंगे। इस कारण से थाना सदर बाजार इंस्पेक्टर शशांक द्विवेद्वी ने यह कहते हुए मना कर दिया कि यदि यात्रा में कोई झगड़ा होता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
इस कारण से अपर जिला अधिकारी नगर ने उनके प्रस्ताव पर यानी गणेश शर्मा के प्रस्ताव पर यात्रा को कैंसिल कर दिया और केवल विष्णु शर्मा ही रथ पर बैठेंगे ऐसा कहते हुए मंदिर प्रांगण में ही यात्रा का संचालन करने का निर्देश दिया। जिसे सभी पक्षों ने स्वीकार कर लिया, क्योंकि ऐसी पुजारी की मंशा थी की यात्रा न निकले वहीं उन्होंने फिर आदेश कर दिए। वहीं, दूसरी विवाद के निपटारे के नाम पर की गयी इस व्यवस्था से सदर के लोग खिन्न हैं। उनका कहना था कि जो लोग पूर्व में यह यात्रा निकालते रहे हैं, यदि विवाद को निपटाना ही था
तो इस साल भी उन्हीं को जिम्मेदारी दे दी जाती। इससे दो काम होते एक तो चंदा जमा करने का लफ्ड़ा नहीं होता। एडवोकेट गौरव गोयल स्वयं सारी व्यवस्था कर लेते और दूसरी ओर पूर्व के सालों की भांति निर्विध्न आयोजन संपन्न हो जाता। यह मामला इसलिए भी तूल पकड़ गया बताया जाता है, क्योंकि पर्दे के पीछे से मंत्री स्तर के प्रभावशालियों का इसमेंं दखल करा दिया गया। प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारियों तक को पत्र प्रेषित करा दिए गए। उसके बाद जो नहीं होना चाहिए थो वो सब हो गया। रथयात्रा अब मंदिर प्रांगण तक सीमित रह गयी।
लाइसेंस की नयी प्रक्रिया पर व्यापारियों ने चढ़ाई आस्तीन
सूबे की सरकार की नई लाइसेंस प्रणाली व्यापारियों को स्वीकार नहीं। छोटे बड़े सभी व्यापारियों ने इसके खिलाफ आस्तीन चढ़ाकर दो-दो हाथ का एलान कर दिया है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने बताया कि नई लाइसेंस नीति के खिलाफ उनका संगठन प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगा। नई लाइसेंस नीति के खिलाफ सीएम योगी से भी मिलेगे।
इसलिए किया जा रहा विरोध
व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए नई लाइसेंस नीति से व्यापारियों में सख्त नाराजगी है। उनका कहना है कि छोटे बडेÞ सभी व्यापारियों के लिए यह त्रास देने वाला है। इसकी जद में पान-बीड़ी सिगेरट बेचने वाले, खाने का सामान बेचने का ठेला व दुकान करने वाले, हलवाई से लेकर तमाम अन्य व्यापारी आ गए हैं। पूर्व में तो लाइसेंस बनवाने के लिए आधार की कापी और एड्रस के लिए बिजली का बिल की कापी लगा दी जाती थी। अब नई नीति में लाइसेंस के लिए आधार व बिजली के बिल के अलावा व्यापारी को अपने प्रतिष्ठान के सामने खडेÞ होकर फोटो खींचकर अपलोड करनी होगी।
पहले पांच साल के लिए लाइसेंस बन जाता था, नई नीति में इसको घटनाकर 11 माह कर दिया है। मसलन साल के तीन माह तक तो लाइसेंस के लिए ही व्यापारी दफ्तर के चक्कर काटता रहेगा। व्यापार करने का उसको वक्त ही नहीं मिलेगा। पहले आजीवन लाइसेंस का भी प्रावधान था, वो भी समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा जो व्यापारी निर्माण संबंधित इकाइ चलाते हैं उन्हें अपने प्रोडक्टर को अब सरकारी लैब से पास कराकर उसको आन लाइन अपलोड करना होगा। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने इसके खिलाफ प्रदेश व्यापी आंदोलन का एलान किया है।
संदिग्ध अवस्था में तीन किशोर लापता, परिवार में कोहराम
भावनपुर के जयभीमनगर इलाके से तीन किशोर मंगलवार से लापता हैं। तीनों किशोर घर पर खेलने जाने की बात कहकर निकले थे और घर नहीं पहुंचे। उनकी सभी जगह तलाश की जा चुकी है। कहीं कुछ भी पता नहीं लग पाया। थाना पुलिस को भी जानकारी दे दी गयी है। परिजन रात भर उनकी तलाश में इधर-उधर भटकते रहे। बुधवार को परिजन एसएसपी से गुहार लगाने पुलिस कार्यालय पहुंचे।
जयभीमनगर निवासी मयंक जाटव, विराट शर्मा और अंशुमन उर्फ काशी मंगलवार को देर शाम अपने घर के बाहर खेलते हुए अचानक लापता हो गए। वही रात भर तीनों बच्चों के परिवार के लोगों ने काफी तलाश किया, लेकिन तीनों बच्चों का कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। इस पर अगले रोज बुधवार को तीनों बच्चों के परिजन थाना भावनपुर पहुंचे और अपने-अपने बच्चों के लापता होने की तहरीर देते हुए तलाश करने की मांग की। गढ़ रोड के जयभीमनगर निवासी मयंक जाटव पुत्र जितेंद्र सरस्वती विधा मंदिर में कक्षा नौवीं का छात्र है।
वहीं, उसका पड़ोसी दोस्त विराट शर्मा पुत्र विशाल शर्मा सीएलएम पब्लिक स्कूल में कक्षा छह का छात्र है और तीसरा दोस्त अंशुमन उर्फ काशी पुत्र बिजेन्द्र विकास पब्लिक स्कूल से कक्षा सातवीं पास किया है। मंगलवार को देर शाम तीनों दोस्त घर के पास ही खेलकूद कर रहे थे, लेकिन जब देर शाम तक भी तीनों छात्र अपने-अपने घर नहीं पहुंचे तो परिवार के लोगों ने तीनों को तलाशना शुरू कर दिया, लेकिन उनका कही पता नहीं चल सका।
इस पर अगले रोज बुधवार को तीनों बच्चों के परिजन थाने पहुंचे और बच्चों के लापता होने की तहरीर देते हुए किसी भी अनहोनी की आशंका जताई है। वहीं, इस संबंध में भावनपुर एसओ संजय द्विवेद्वी ने बताया कि बच्चों की तलाश में आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाले जा रहे हैं। वहीं, बच्चों के बारे मे आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।