Sunday, July 7, 2024
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गर्मी से राहत, बारिश से आफत

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  • बारिश के ट्रेलर ने खोल दी तैयारी का दावा करने वाले निगम अफसरों की पोल

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शनिवार को कुछ देर के लिए हुई झमाझम बारिश ने गर्मी से तो राहत दिला दी, लेकिन बारिश के बार हुए जलभराव ने शहर के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। साथी ही उन अफसरों की भी पोल खोलकर रख दी जो इस साल मानसून में शहर में जल भराव ना होने देने का दावा कर रहे थे। थोड़ी देर की बारिश के बाद शहर का जो हुलिया बिगड़ा उससे एक बात तो साफ हो गयी कि मुसीबतों का यह ट्रेलर भर था, पूरी पिक्कर तो यानी पूरे शहर की मुसीबत तो झमाझम बारिश के बाद देखने को मिलेगी।

शनिवार को सुबह से ही आसमान पर बादल छाए हुए थे। मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की चेतावनी दे दी थी। बारिश हुई भी गनीमत यह रही कि बारिश केवल रस्म अदायगी कर रह गयी। मसलन शहर के आधे हिस्से में करीब आधा घंटे बरसने के बाद बारिश थम गयी। आधा हिस्सा इसलिए क्योंकि रुड़की रोड, हाइवे, परतापुर, रेलवे रोड और इससे सटे इलाकों में बारिश के नाम पर केवल ठंड़ी हवाएं चलीं और गर्मी से निजात भर मिल सकी। इससे ज्यादा कुछ नहीं, लेकिन जिस्म झुलासा देने वाली गर्मी का कहर झेलने के बाद जो लोग बारिश का इंतजार कर रहे थे,

मुश्किल से आधा घंटा या एक घंटा की बारिश के बाद ऐसे लोग बारिश के चलते इलाके में जमा हुए पानी को देखकर माथा पिटते तथा नगर निगम के उन अफसरों को कोसते नजर आए जो कह रहे थे कि इस साल नालों की अच्छी सफाई करा दी गयी है। जलभराव का सामना नहीं करना पडेÞगा, लेकिन निगम अफसर जैसे दावे कर रहे थे वैसा नहीं हुआ। थोड़ी देर की बारिश ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी।

जिन जिन इलाकों में पानी पड़ा वहां गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन लोगों की दिनचर्या आफत में आ गयी। घुटनों तक जलभराव, नाले नालियों का पानी सड़क से होकर घरों व दुकानों में। इसके अलावा सबसे बड़ी मुसीबत जहां जलभराव हुआ वहां ट्रैफिक जाम हो गया। कई घंटे तक यह जाम लगा रहा।

प्रभारी मंत्री की अफसरों को फटकार, नतीजा जलभराव

पिछले दिनों जिले के प्रभारी मंत्री ने महापौर के साथ शहर के नाले नालियों का निरीक्षण किया था। उसमें नगरायुक्त भी शामिल हुए थे। प्रभारी मंत्री ने शहर के नालों की सफाई की दुर्दशा देखकर नाराजगी का इजहार किया था। इतना ही नहीं उन्होंने नगर निगम के अफसरों को नालों की सफाई करने के निर्देश दिए थे। उम्मीद की जा रही थी कि प्रभारी मंत्री की फटकार के बाद शायद निगम अफसरों की नींद टूटे और शहर में शायद इस साल बारिश के मौसम में जल भराव ना हो। जो हालत आज थोड़ी सी बारिश के बाद शहर की हुई उससे इतना तो साफ हो गया कि प्रभारी मंत्री की फटकार के बाद भी निगम अफसरों की नींद नहीं टूटी है, लेकिन शहर के जो लोग निगम अफसरों से नालों की सफाई की उम्मीद कर रहे थे, उनकी उम्मीद जरूर टूट गयी है।

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