- आतंरिक कलह के कारण ही भाजपा प्रत्याशी को मिली हार
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: जिला पंचायत सदस्य के लिए वार्ड तीन पर रालोद व बीजेपी प्रत्याशी के बीच कांटे का मुकाबला हुआ।बीजेपी के प्रत्याशी संदीप प्रधान अपनी ही पार्टी की अंतर्कलह के कारण विश्वास पिलोना की पत्नी ईशा से पराजित हो कर रह गए।
जिला पंचायत सदस्य के लिए वार्ड तीन पर वर्षों से परिश्रम कर रहे अमरोली उर्फ बड़ा गांव निवासी भाजपा नेता संदीप प्रधान ने चुनाव लडा। उनका मुकाबला आखिरी वक्त में रालोद प्रत्याशी विश्वाश पिलोना की पत्नी ईशा से हुआ। दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर हुई। मतगणना के दौरान शह मात का खेल चलता रहा लेकिन ईशा ने संदीप को पराजित कर ही दिया।
हस्तिनापुर विधायक दिनेश के इस करीबी धुरंधर को आंतरिक कलह के कारण पराजय का मुंह देखना पड़ गया। बताया जा रहा है कि मजबूत स्थिति में चुना लड़ रहे संदीप को भीतरी आघात से अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। रालोद प्रत्याशी ईशा ने अपनी चंद दिनों की भागदौड़ से चुनाव को पलट कर रख दिया।
ईशा को जाट मुस्लिम गठजोड़ का फायदा मिला है। हालांकि एक मुस्लिम प्रत्याशी भी मैदान में होने के बावजूद मुस्लिमो ने उसे नकार दिया। बहरहाल ईशा ने विश्वाश के साथ सफलता की इबारत लिख डाली। वार्ड तीन में हुई कांटे की यह टक्कर चर्चा का विषय बनी हुई है।