- जिसका कन्यादान किया उसको भी इंसाफ नहीं दिला सके अफसर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दहेज लोभियों की सताई पीड़िता के हिस्से में इंसाफ के इंतजार में मौत आयी। मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत जिस बेटी का अफसरों ने कन्यादान किया था, उसको भी इंसाफ नहीं दिला सके। ये मंगलवार को भी इंसाफ के लिए एसएसपी के दरवाजे पहुंची थी, लेकिन हर बार की तरह आज भी इसको केवल कार्रवाई का आश्वासन भर मिला। आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आस टूटती देखकर इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही इस बेटी ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया।
गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र के गांव बखरवा निवासी सरिता पुत्री नरेन्द्र की शादी माधवपुरम निवासी धर्मेंद्र से हुई थी। गत पांच फरवरी, 2023 को यह विवाह मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत कराया गया था। डीएम से लेकर पुलिस प्रशासन के तमाम अफसर व नेता इस बेटी को भी आशीर्वाद देने को पहुंचे थे। आरोप है कि शादी के बाद से ही सरिता को उसकी ससुराल वाले दहेज के लिए सताया करते थे। यह भी आरोप है कि पति के रिश्ते की एक महिला से अवैध संबंध भी थे। जिसका सरिता विरोध किया करती थी।
मायके वालों ने बताया कि इसके चलते विगत 16 अगस्त को पति, जेठ, जिठानी ने सरिता को पहले बुरी तरह पीटा फिर उसको तेजाब पिला दिया। उसकी हालात बिगड़ने लगी। बजाए उसको अस्पताल में भर्ती कराने के ससुराल वाले मोदीनगर स्थित मायके में छोड़ आए। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर ब्रह्मपुरी पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की। इंसाफ की आस में मंगलवार को भी सरिता परिजनों के साथ एसएसपी से गुहार लगाने को पुलिस कार्यालय पहुंची थी,
लेकिन इंसाफ के इंतजार में सरिता को मौत मिली। परिजन जब उसको ई-रिक्शा से घर लेकर जा रहे थे। तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। ब्रह्मपुरी थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि पति धर्मेंद्र व जिठानी अनीता को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेठ समय सिंह की तलाश में दबिश दी जा रही है। मुकदमे में हत्या की धाराएं बढ़ा दी गयी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है।
माल गाड़ी के आगे कूदी, जीआरपी ने बचाया
मेरठ: सिटी स्टेशन पर मंगलवार एक महिला सहारनपुर से आ रही माल गाड़ी के सामने जा कूदी। यह देखकर वहां प्लेटफार्म पर हंगामा मच गया। महिला को लाइन के बीच खडेÞ देखकर स्टेशन पर मौजूद जीआरपी के जवान बगैर देरी किए लाइन पर कूद गए। उन्होंने हाथ पकड़ कर इस महिला को प्लेटफार्म की ओर खींचा। सामने से गाड़ी आने में कुछ ही पल की दूरी रह गयी थी। यदि तनिक भी देरी हो जाती तो गाड़ी महिला के ऊपर से होकर गुजर गयी होती। महिला को स्टेशन के जीआरपी थाना लेकर आया गया। पुलिस वालों ने उसको पानी पिलाया।
महिला भी इस पूरे वाक्यात से बुरी तरह घबरायी हुई थी। उसने मौत को सामने से आते हुए देखा था। करीब दो घंटे तक महिला कुछ कहने सुनने की स्थिति में नहीं थी। बाद में उसने बताया कि उसका नाम सना है और शौहर का नाम असलम है। परिवार वाले परेशान करते हैं इसलिए जान देने के लिए सिटी स्टेशन चल आयी थी। सूचना पर परिजन सिटी स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि सना मानसिक रूप से कमजोर है। इंस्पेक्टर जीआरपी विनोद कुमार ने बताया कि महिला को परिजनों के संग भेज दिया है।