- एसओ लालकुर्ती ने कहा, जांच चल रही है, पत्रकारों से वीडियो और फुटेज मांगे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम के आवास पर बटे पर्चों के मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही हैं। शुक्रवार को एसओ, लालकुर्ती ने बताया कि कुछ पत्रकारों से भी बांटे गए पर्चों के बारे में बातचीत की। पत्रकारों से भी इसके फुटेज और वीडियो मांगी गयी हैं। एक न्यूज चैनल के पत्रकार ने पुलिस को बताया कि संगीत सोम के पीए चन्द्रशेखर ने ही पर्चे बांटे थे। इसको न्यूज चैनल पर भी चलाया गया हैं। पुलिस इन सबको सबूत के तौर पर एकत्र कर रही हैं तथा अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।
बता दे कि संगीत सोम के आवास पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गयी थी। इस दौरान पूर्व मंत्री डा. संजीव बालियान के खिलाफ कुछ पर्चे पत्रकारों को बांटे गए। ये पर्चा पूर्व विधायक संगीत सोम का लेटर हेड था, जिस पर पूर्व मंत्री डा. संजीव बालियान के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मुद्दे लिखे गए थे। इस पर्चे को न्यूज चैनल के एक पत्रकार ने फोकस कर दिया और खबर भी चला दी। इसके बाद पूरा परिदृश्य ही बदल गया। हालांकि संगीत सोम ने प्रेस कांफ्रेंस में संजीव बालियान को मर्यादा में रहते हैं। आरोप लगाये और खारिज किये, लेकिन जो पर्चे बटे, उनसे संगीत सोम की फजीहत हो गई हैं।
न्यूज चैनल पर जैसे ही ये खबर पर्चे बंटने वाली चली, तभी संगीत सोम के पीए चन्द्रशेखर ने एक तहरीर लालकुर्ती में दी कि कोई अज्ञात व्यक्ति संगीत सोम के कैंट स्थित आवास पर आकर आपत्तिजनक पर्चे बाट गया हैं। पर्चे पूर्व विधायक संगीत सोम का लेटर हेड प्रयोग किया गया हैं। इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर दी गई थी। एसओ लालकुर्ती इंदू वर्मा ने बताया कि पत्रकारों से कुछ फुटेज व वीडियो मांगी गयी हैं।
इसमें पर्चे कब बटे? कौन पर्चे बाट रहा हैं? इसको देखा जाएगा। संगीत सोम के पीए चन्द्रशेखर का कहना है कि संगीत सोम ने कुछ दस्तावेज अपनी गाड़ी से लाने के लिए कहा था, जो गाड़ी से लाकर उन्हें दिये हैं। इसके अलावा कोई पर्चे नहीं बांटे गए। बाकी पर्चे बांटने वाला कौन था? इसी को लेकर तहरीर दी गई हैं। पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही हैं तथा इसमें पूर्व विधायक संगीत सोम की फजीहत हो गयी हैं।
अभी सिर्फ जांच, न लिखा पढ़ी और न ही गिरफ्तारी
पूर्व विधायक संगीत सोम की प्रेसवार्ता में कथित प्रेस विज्ञप्ति प्रकरण में लालकुर्ती पुलिस अभी केवल जांच कर रही है। किसी प्रकार की लिखा-पढ़ी मामले में नहीं की गयी है। हालांकि एसओ लालकुर्ती इंदू वर्मा ने बताया कि करीब छह लोगों को बुलाकर पूछताछ जरूर की गयी है, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। अभी केवल जांच की जा रही है। इस मामले में तहरीर आयी थी। पूर्व विधायक के निजी सहायक चंद्रशेखर सिंह की तहरीर पर यह जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक संगीत सोम की प्रेस वार्ता के वायरल हो रहे एक वीडियो में एक शख्स पर्चा बांटता नजर आ रहा है।
पूर्व में आरोप लगाया गया था कि जो शख्स पर्चा बांट रहा था वह पूर्व विधायक का करीबी है, हालांकि बाद में स्पष्ट किया गया कि पूर्व विधायक का उस शख्स से कोई वास्ता नहीं है। इतना ही नहीं पूर्व विधायक के निजी सहायक चंद्रशेखर सिंह ने प्रेसवार्ता में पर्चा बांटने वाले शख्स के खिलाफ बाकायदा तहरीर दे डाली। वहीं, दूसरी ओर चर्चा है कि मामला भाजपा के दो कद्दावर नेताओं से जुड़ा होने के चलते पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। आलाधिकारी भी अभी इस मामले में जांच की ही बात कह रहे हैं।