- आवारा पशुओं के मरने के बाद हो सकेगा निस्तारण
- आधुनिक तरीके से तैयार किया जाएगा प्लांट
- लखनऊ, वाराणसी समेत कई जिलों में हो चुका तैयार
- विभागीय अधिकारियों की ओर से बनाया जा रहा प्लांट का प्रस्ताव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लखनऊ, वाराणसी और आगरा की तरह अब मेरठ में भी पशु शव निस्तारण संयंत्र बनाए जाने की योजना नगर निगम की ओर से बनाई जा रही है। इसके बनने से काफी हद तक प्रदूषण नियंत्रण भी होगा। रोजाना कई जगहों पर आवारा पशुओं की मौत हो जाती है और उन्हें जमीन में दबा दिया जाता है, लेकिन अगर यहां मेरठ में भी प्लांट बन जाएगा तो उनके शव का निस्तारण आधुनिक तरीके से हो सकेगा।
शहर में रोजना पांच से छह पशुओं के मरने की सूचना निगम के पास पहुंच रही है। अभी शहर में पशु शव निस्तारण संयत्र नहीं है। जिस कारण इन पशुओं को दबाया जाता है। जो सूचनाएं निगम तक नहीं पहुंचती, वहां भी लोग खुद ही पशुओं को दबा देते हैं। जिससे शहर में प्रदूषण फैलना तय है। अब नगर निगम की ओर से आवारा पशुओं के शव के निस्तारण को लेकर भी योजना बनाई जा रही है।
हालांकि अभी इस पर सिर्फ चर्चा ही शुरू की गई है। जल्द ही नगरायुक्त की अनुमति के बाद इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। प्रदेश में आगरा, लखनऊ और वाराणसी में इस तरह के प्लांट शुरू हो चुके हैं। जहां आवारा पशुओं के शवों का निस्तारण आधुनिक तरीके से किया जाता है। यहां उसी तर्ज पर मेरठ में भी पशु शव निस्तारण संयत्र बनाये जाने की योजना पर कार्य शुरू हो चुका है। नगर निगम के अधिकारियों की माने तो उनके पास रोजाना पशुओं के मरने की सूचना आती है और उनके शवों को उठाने के लिये कहा जाता है।
जो आवारा पशु हैं, वह तो ठीक है, लेकिन पालतु पशुओं को भी मरने के बाद ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। इसके लिये निगम के अधिकारियों को फोन घुमाए जाते हैं। पशुओं को उठाने के बाद नगर निगम की ओर से उन्हें मिट्टी में दबा दिया जाता है। यही कार्य वह लोग भी करते हैं। जिनके खुद के पशु मर जाते हैं तो उन्हें मिट्टी में ही दबाया जाता है।
जिसके चलते यहां प्रदूषण फैलने का खतरा बना रहता है। अब नगर निगम की ओर से इस समस्या से छुटकारा पाने के लिये पशु शव संयंत्र बनाये जाने की योजना बनाई जा रही है। जिसका सुझाव पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी हरपाल सिंह की ओर से बनाकर नगरायुक्त के सामने रखा जा रहा है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही यहां भी तीनों जिलों की तहर प्लांट शुरू हो सकेगा।
पूरी तरह से आधुनिक होगा प्लांट
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी हरपाल सिंह ने बताया कि अभी पशु शव निस्तारण प्लांट को लेकर एक सुझाव तैयार किया गया है। इसे आलाधिकारियों के पास रखा जा रहा है। यह प्लांट एक आवश्यकता है, जोकि सभी के लिये ठीक होगा। इससे बनने से यहां प्रदूषण काफी मात्रा में कम होगा और प्लांट को पूरी तरह से आधुनिक रूप देकर तैयार किया जाएगा। इसका सौंदर्यीकरण तक कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका प्रस्ताव बनाकर अधिकारियों के सामने जल्द ही रखा जाएगा।
शहर की आवश्यकता है यह प्लांट
शहर में रोजाना कई पशुओं की मौत होती है। निगम के अधिकारियों को प्रतिदिन पांच से छह पशुओं की मौत की जानकारी दी जाती है, लेकिन यह आंकड़ा इससे कहीं अधिक है। यह प्लांट शहर के लिये आवश्यक है। अगर प्लांट यहां पर शुरू होता है तो लोगों को इसकी जानकारी होगी और वह मरे हुए पशुओं के शवों का यहां निस्तारण करा सकेंगे। उन्हें जमीन में शवों को दबाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे प्रदूषण भी काफी हद तक कम होगा।