- निगम में रोज आती हैं टंकी की पाइप लाइन लीकेज/फटने की शिकायतें, घरों में पेयजल आपूर्ति होती है बाधित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में प्रमुख समस्याओं का अंबार है, इन्ही समस्याओं में शहर में कैंट हो या फिर निगम क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा टंकी की पाइप लाइन लीकेज एवं पाइप लाइन के फटने का है। जिसके चलते जहां एक तरफ लोगों के घरों में पेयजल आपूर्ति बाधित हो जाती है। वहीं दूसरी तरफ सड़क पर हजारों लीटर शुद्ध पेयजल दूषित होकर जलभराव के रूप में जमा हो जाता है।
टंकी की पाइप लाइन के लीकेज होने एवं टंकी की पाइप लाइन के फटने की न जाने दिन में अनेकों समस्याएं नगर निगम में आती है। अधिकतर शहर वासियों का कहना है कि यदि टंकी के पाइप लाइन के लीकेज एवं फटने की समस्या अधिकरियों के फोन पर बतानी हो तो वह फोन तक रिसीव नहीं करते हैं।
महानगर में 13 मई को नगर निकाय चुनाव के बाद मेयर एवं वार्ड पार्षद चुने जाने के बाद नई सरकार बनने को तैयार है। नई सरकार के सामने कई बड़ी समस्याओं का समाधान करना चुनौती होगा। उसके लिये नई सरकार बनने से पहले ही ऐसा मेयर एवं पार्षद चुने जायें जोकि शहर की आगामी सरकार में शामिल हों उसके लिये मतदान से पहले ही जनता मंथन कर रही है।
जिसमें पार्टी, प्रत्याशी एवं धर्म जाति सभी बिंदुओं पर फोकस करते हुये ऐसा प्रत्याशी मेयर एवं वार्ड सभाासद पद पर जीतकर आये जो वर्षों से चली आ रही बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान करा सके। महानगर में जाम, अतिक्रमण, पथ प्रकाश, साफ-सफाई, सीवर चोक होने की समस्या समेत तमाम बडेÞ मुद्दें हैं। उनमें शहर की जनता के सामने सबसे बड़ा मुद्दा टंकी की पाइप लाइन के लीकेज एवं टंकी की पाइप लाइन के फटने की समस्या का है।
यह समस्या शहर की जनता के लिये एक बडा नासूर बन गई है। जिसका समाधान जितनी याथशीघ्र किया जा सके किया जाना चाहिए। वहीं, दूसरी तरफ कैंट क्षेत्र में भी इस तरह की समस्याएं बरकरार है। शहर के कैंट क्षेत्र में दर्जभर से अधिक जगहों पर टंकी की पाइप लाइन के लीकेज की समस्या बनी हुई है। जिसमें तमाम शिकायतों के बावजूद टंकी की पाइप लाइन की लीकेज की समस्या का समाधान नहीं होने पर सैंकड़ों लीटर शुद्ध पेयजल बर्बाद होकर दूषित पानी में तब्दील होकर सड़क पर जलभराव के रूप में जमा हो जाता है।
वहीं, दूसरी तरफ महानगर में नगर निगम क्षेत्र में बच्चा पार्क, सूरजकुंड, घंटाघर, जाकिर कॉलोनी, माधवपुरम, शास्त्रीनगर, बेगमपुल के निकट टंकी के पाइप लाइन के लीकेज होने के कारण लोगों के घरों में जहां एक तरफ पानी की सप्लाई बाधित हो जाती है। वहीं, सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है। जिसके चलते राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह समस्या शहर की जनता के लिये नासूर बन गई है। न जाने टंकी की पाइप लाइन के फटने एवं लीकेज के कारण कितने भवनों को खतरा पैदा हो गया है। हाल ही में डाकघर भवन को भी काफी नुकसान हुआ।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा, पूर्व रिटायर आईएएस का वीडियो
पूर्व रिटायर आईएएस अधिकारी डा. प्रभात कुमार का एक वीडियो 59 सेकेंड का वायरल हो रहा है। जिसमें वह टंकी की पाइप लाइन के लीकेज होने के कारण हर रोज बर्बाद होने वाले पेयजल की समस्या को लेकर अपनी अवाज तमाम आलाधिकारियों तक पहुंचाना चाहते हैं। जिससे टंकी की पाइप लाइन के लीकेज होने से जो पीने योग्य पानी बर्बाद होता है। वह बता रहे हैं कि न जाने कितने अधिकारी एवं मीडिया कर्मी इस जगह से होकर गुजरते हैं।
वह इस गंभीर समस्या की तरफ ध्यान नहीं देते हैं। वैसे पानी बचाओ अभियान पर न जाने कितने अधिकारी तमाम बड़ी-बड़ी बातें करते है, लेकिन धरातल पर वह कार्य करते दिखाई नहीं देते। मैंने यह वीडियो एक बच्चा मार्ग से गुजर रहा था, उसके माध्यम से बनाया है। अब आप समझ सकते हैं कि एक पूर्व रिटायर आईएएस की शिकायत पर काफी समय से समस्या का समाधान नहीं हो सका तो सामान्य व्यक्ति की समस्या पर कैसे होगा?