नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। उत्तर, मध्य और पश्चिम भारत के बड़े हिस्सों में एक बार फिर भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आने वाले पांच दिनों तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गंभीर लू का असर बना रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। 16 अप्रैल से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है, जिसके चलते उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
19 अप्रैल तक रह सकती है भीषण गर्मी
IMD के अनुसार, राजस्थान में 19 अप्रैल तक भीषण गर्मी बनी रह सकती है, खासकर 16 से 18 अप्रैल के बीच गर्मी अपने चरम पर होगी। पूर्वी राजस्थान में 15 से 19 अप्रैल तक लू चलने की आशंका है। गुजरात में 15 से 17 अप्रैल, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम मध्य प्रदेश में 16 से 18 अप्रैल के बीच लू चलेगी। वहीं, केरल और माहे में 15 अप्रैल को गर्म और उमस भरा मौसम रहने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान में 16 से 18 अप्रैल और पूर्वी राजस्थान में 17-18 अप्रैल की रातें भी बेहद गर्म हो सकती हैं।
इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना
मध्य भारत और महाराष्ट्र के मैदानी इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) चल सकती हैं। ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, झारखंड और बिहार में 18 अप्रैल तक भारी बारिश और ओले गिरने की आशंका है। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश, गरज और तेज हवाएं अगले पांच दिनों तक जारी रह सकती हैं।
19 अप्रैल से आएगी तापमान में गिरावट
IMD के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले पांच से छह दिनों तक अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है, जो 18 अप्रैल तक जारी रहेगी। इसके बाद 19-20 अप्रैल को तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। मध्य भारत में 15 से 18 अप्रैल तक तापमान में 2-4 डिग्री की वृद्धि हो सकती है और फिर दो दिनों तक इसमें गिरावट दर्ज होगी। अगले पांच दिनों में आंतरिक महाराष्ट्र में तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है, इसके बाद दो दिनों तक इसमें कोई खास बदलाव नहीं होगा। गुजरात में भी अगले चार दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है, जबकि इसके बाद तीन दिनों में तापमान में गिरावट हो सकती है।
ओलावृष्टि की आशंका
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय हो रहे विक्षोभ की तीव्रता 18-19 अप्रैल को अधिक रहेगी। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 18 अप्रैल को तथा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 18-19 अप्रैल को ओलावृष्टि हो सकती है। दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश, बांग्लादेश और मन्नार की खाड़ी में निचले वायुमंडलीय स्तरों पर तीन चक्रवाती परिसंचरण एक साथ सक्रिय हैं। इनमें से एक परिसंचरण तेलंगाना और पश्चिम राजस्थान से लेकर दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक फैला हुआ है।