- शीश महल इलाके में देर रात ट्रांसफार्मर में लगी आग, अंधेरे में डूबा इलाका
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोतवाली शाहघासा इलाके में लाइनमैन और जेई की कारगुजारी के चलते भरी दोपहरी में आसपास के पूरे इलाके बत्ती गुल कर दी गयी। इसको लेकर व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने शाहपीरगेट चौराहे पर पहुंचकर बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे की सूचना पर हैंडलूम व्यापार संघ के प्रधान अंकुर गोयल व तमाम व्यापारी नेता वहां पहुंच गए। अंकुर गोयल को व्यापारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह 11 बजे से बत्ती गायब है। इस पर व्यापारी नेता ने एसडीओ पंकज उपाध्याय से वार्ता की।
एसडीओ ने अंकुर गोयल को बताया कि उन्हें तो जेई व अन्य स्टाफ ने शटडाउन लेने की जानकारी तक नहीं दी। इतना सुनने के बाद वहां अध्यक्ष अंबुज रस्तौगी के नेतृत्व में व्यापारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां एक पुराने मकान के ध्वस्तीकरण कार्य के चलते जेई ने सुविधा शुल्क लेकर शट डाउन किया है। वहीं, दूसरी ओर जब एसडीओ को पूरे मामले दी तो उन्होंने जेई को फटकार लगायी। उसके बाद आनन-फानन में लाइट चालू कर दी गयी। इसके अलावा शीश महल में देर रात ट्रांसफार्मर में आग लग गयी।
उसमें से तेज आवाजें आने लगीं। यह ट्रांसफार्मर एक ट्राली पर लादा गया था। माना जा रहा है कि आग की वजह ओवर लोड था। इस इलाके में बड़ी संख्या में घरों में इकाइयों चल रही हैं। वहां बिजली की खपत ज्यादा होने की वजह से लोड अचानक बढ़ जाता है। जिसके चलते शीश महल में आए दिन ट्रांसफार्मरों में आग लगती रहती है। वहीं, अचानक देर रात बत्ती गुल होने पर लोगों ने जमकर हंगामा किया।
छह स्वास्थ्य केन्द्रों में रूफटॉप सोलर पावर प्लांट को हरी झंडी
उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 के अर्न्तगत सरकारी, अर्द्धसरकारी भवनों पर रेस्को मोड में रूफटॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए जनपद के छह सरकारी अस्पतालों के लिए सीएमओ की ओर से स्वीकृति दी गई है। यूपीनेडा के परियोजना प्रभारी प्रमोद भूषण शर्मा ने बताया कि सीएमओ की ओर से इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरखौदा, माछरा, सरूरपुर खुर्द, भुड़बराल, परीक्षितगढ़ एवं रोहटा में प्रत्येक में 28 किलोवाट क्षमता के विद्युत संयोजन के समतुल्य रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाए जाने की अनुमति प्रदान की है।
यह प्लांट मैसर्स केएलके वेन्चर्स प्रा.लि. नोएडा की ओर से लगाए जाएंगे। रूफटॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना पर होने वाला सम्पूर्ण व्यय फर्म की ओर से वहन किया जाएगा। सोलर रूफटॉप से उत्पादित विद्युत का क्रय, भुगतान उत्तर प्रदेश शासन, यूपीनेडा की ओर से निर्धारित दरों के अनुरूप किया जाएगा। सोलर रूफटॉप की स्थापना के उपरांत आगामी 25 वर्षों तक संयंत्र की देख-रेख एवं संचालन एवं आवृत्ति व्यय की समस्त जिम्मेदारी फर्म की होगी।