नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित है। वहीं, आज शनिवार है इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा आराधना की जाती है। ज्योतिष शास्त्रों में शनि देव को क्रूर ग्रह माना गया है। कहा जाता है कि, जिसकी कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति खराब होती है, उन्हें जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार ही अच्छा या बुरा फल देते हैं। अगर कोई व्यक्ति जाने-अनजाने में बुरा काम करता है, तो वह शनि देव की दृष्टि से बच नहीं सकता है। शनि देव इसका दंड जरूर देते हैं।
साथ ही शनि देव की नाराजगी से जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शनि देव यदि किसी से नाराज हो जाते हैं, तो उसे अपने परिश्रम का भी फल नहीं मिलता और निजी संबंधों में भी खटास आती है। इसके साथ ही रिश्ते-नाते भी टूट जाते हैं और आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जो शनि देव की नाराजगी का कारण बन सकता है।
जिन लोगों की कुंडली में शनि कमजोर है या उनकी शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, ऐसे लोगों को भी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के कुछ उपाय बताए गए हैं, जिससे शनिदेव खुश होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। साथ ही इन उपायों की मदद से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी कम हो जाता है। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
उपाय
- ज्योतिष के अनुसार, शनिवार के दिन शनि देव की पूजा अर्चना करने से वह प्रसन्न होते हैं। साथ ही इस दिन हनुमान जी का भी पूजन करना चाहिए। ऐसा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- शनिवार के दिन शनि देव के साथ ही पीपल के वृक्ष की भी पूजा करनी चाहिए। इस दिन पीपल के वृक्ष में जल दें और सरसों के तेल का दिया जलाएं।
- अगर आपसे जाने-अनजाने में कोई भूल हो गई है, तो शनि देव से अपनी गलतियों की माफी जरूर मांगें और सही कर्म करने का प्रयास करें।
- शनि देव की कृपा पाने के लिए बेजुबान पशुओं, मजदूर वर्ग, असहाय और बुजुर्ग लोगों की मदद करें।