नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। आज के समय में सभी लोग अपनी लाइफ के हर खास पल को सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। पेरेंट्स अपने बच्चों के पैदा होने से लेकर स्कूल जाने तक हर स्पेशल मोमेंट को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते है। लेकिन क्या आपको पता हैं सोशल मीडिया पर बच्चों की तस्वीरें डालना सेफ है या नहीं।
बचपन वो स्थिति है जब बच्चे शारीरिक और दिमागी तौर पर बड़े हो रहे होते हैं। ऐसे समय में उनके फोटो या रील शेयर करने से उनकी प्राइवेसी से लेकर उनके बिहेवियर तक पर असर पड़ सकता है। बच्चों से जुड़ा गलत कंटेंट पोस्ट करना इंटरनेट की दुनिया में खतरनाक साबित हो सकता है। तो ऑनलाइन खतरों को देखते हुए बच्चों का ख्याल रखना जरूरी है। इसलिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए हमेशा अलर्ट रहें।
इंटरनेट पर गलत जगह वायरल होना: आपके बच्चे की ऑनलाइन किडनैपिंग भी हो सकती है। यह सच में किडनैप करने जैसा नहीं है, बस इसमें बच्चे के फोटो और वीडियो को दूसरे नाम और पहचान के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। कई बार ऐसा भी होता है, जब कुछ लोग ऑनलाइन दूसरे के बच्चों को अपना बच्चा बताने का दावा करते हैं।
साइबर बुलिंग: बच्चों की फोटो ऑनलाइन शेयर करने का यह एक बड़ा खतरा है। साइबर बुलिंग का बच्चे सीधा सामना करते हैं, इसलिए इसका असर भी बड़ा होता है। फोटो या वीडियो देखकर बच्चों को चिढ़ाया जाता है। ऑनलाइन भद्दे कमेंट्स किए जाते हैं। इन सब चीजों से बच्चों को दूर रखना बेहद जरूरी है।
अश्लील कंटेंट/पीडोफाइल: सोशल मीडिया पर शेयर्ड इमेज का कुछ लोग गलत तरीके से फायदा उठाते हैं। ये पीडोफाइल यानी चाइल्ड पोर्नोग्राफी से ग्रस्त होते हैं। ऐसे लोग बच्चों के फोटो और वीडियो को एडिट करके आपत्तिजनक वेबसाइट या फोरम पर पोस्ट कर देते हैं।
पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए बरतें यह सावधानियां
अपने बच्चों की ग्रुप में तस्वीरें न डालें।
तस्वीरें पर लाइक और कमेंट्स के कारण बच्चों में आता है ओवर कॉन्फिडेंस।
लोकेशन के साथ बच्चे की तस्वीरें न करें पोस्ट।
बच्चों को सोशल मीडिया से रखें दूर।