- महानगर का एआईक्यू पहुंचा 340 पर
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: नवंबर में मौसम बदलने के बाद से प्रदूषण के प्रकोप में भी बदलाव होने लगा। धीरे-धीरे सर्दी में जैसे-जैसे इजाफा हो रहा है। वैसे-वैसे मेरठ की आबोहवा खराब होती जा रही है। हाल ही में मेरठ में प्रदूषण का स्तर बेहतर बना हुआ था, लेकिन नवंबर के प्रथम सप्ताह में अगर प्रदूषण विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो मेरठ का प्रदूषण इस समय बद से बदतर हो रहा है। क्योंकि महानगर में प्रदूषण का स्तर 340 पर पहुंच गया है।
सुबह के समय ठंड का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। हालांकि रात में भी ठंड का अहसास बढ़ा है, लेकिन सुबह कई दिनों से कोहरे की धुंध पड़ रही है। जिससे प्रदूषण के स्तर में इजाफा हो रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात बेकाबू हो जाएंगे और महानगर में सांस लेना भी दुभर हो जाएगा। हालांकि खासकर दमा के रोगियों के लिए यह बढ़ता प्रदूषण बेहद खराब होगा। खासकर बुजुर्ग और महिलाओं और बच्चों को आने वाले दिनों में बेहद दिक्कतों से जूझना पड़ेगा। इसलिए अभी से सावधानी बरतने की बेहद आवश्यकता होगी।
मेरठ में प्रदूषण बढ़ने से तीसरे स्थान पर
अगर वेस्ट यूपी के शहरों की बात करे तो इस समय नोएडा, गाजियाबाद के बाद मेरठ का प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। क्योंकि प्रदूषण के बढ़ने के कारण यहां रह रहे लोगों को अभी से सांस लेने में दिक्कते होने लगी है। अगर समय रहते प्रदूषण पर रोकथाम नहीं की गई तो हालात बेकाबू हो जाएंगे।
पराली जलने के कारण भी प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जला दी जाती है। जिसके कारण प्रदूषण बढ़ जाता है। हालांकि सरकार इसके प्रति बेहद सख्त है, लेकिन उसके बाद भी प्रदूषण में इजाफा होता है।
पल्लवपुरम रहा सबसे प्रदूषित
मेरठ में पल्लवपुरम शनिवार को अत्यधिक प्रदूषित स्थान रहा। यहां 383 पर प्रदूषण का स्तर पहुंच गया। हालांकि अभी दीपावली का पर्व आना बाकी है, लेकिन उससे पहले ही प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों के चेहरे पर चिंता की लकीरे देखने को मिल रही है। पल्लवपुरम के बाद गंगानगर 323 प्रदूषित रहा है। यहां के नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि वह प्रदूषण के स्तर को रोकने के लिए पहल करे।
तापमान में हो रही गिरावट, बढ़ रही ठंड
शनिवार को दिन के तापमान में थोड़ा गिरावट महसूस की गई। दिन का तापमान 29.1 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 92 एवं न्यूनतम आर्द्रता 54 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञ डा. यूपी शाही के अनुसार नवंबर के महीने में अमूमन मौसम में बदलाव हो जाता है। हालांकि इस महीने में ठंड का असर बढ़ जाता है, लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष ठंड में इजाफा कम हुआ है। जिसके चलते लोगों को अभी ठंड का अहसास कम हो रहा है। हालांकि आने वाले दिनों में ठंड का अहसास बढ़ेगा।
इन शहरों में प्रदूषण की स्थिति
मेरठ 340
बागपत 262
मुजफ्फरनगर 239
गाजियाबाद 401
नोएडा 416
शहर के इन स्थानों पर प्रदूषण का स्तर
गंगानगर 323
जयभीमनगर 313
पल्लवपुरम 383