Sunday, January 19, 2025
- Advertisement -

…तो वरिष्ठ लिपिक करा चुके 100 से ज्यादा फर्जी नियुक्तियां?

  • बीएसए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक पर लगे गंभीर आरोप
  • एडी बेसिक कर रहे अकूत संपत्ति की जांच

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है, विभाग में फर्जी दस्तावेजों के जरिये नौकरी करने वाले सौ से ज्यादा शिक्षक व अन्य कर्मचारी है। इतनी बड़ी संख्या में नियमों के विपरीत नौकरी करने वाले शिक्षक व कर्मचारी न सिर्फ विभाग को चूना लगा रहें है

बल्कि जो इन नौकरियों के हकदार है उनके भी अधिकारों को छीना गया है। इस पूरे प्रकरण के पीछे विभाग के ही वरिष्ठ सहायक को जिम्मेदार बताया जा रहा है। वरिष्ठ लिपिक पर लगे आरोपो की जांच इस समय एडी बेसिक कर रहें है जिन्हें 24 जुलाई को महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने लखनऊ बुलाया है।

दूसरे के हक पर डाका

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन लोगों को रखना जिनके कागजात नियमों के अनुकूल नहीं है उन लोगों के हक पर डाका है जो इन नौकरियों के हकदार है। जिन नौकरियों पर ऐसे लोगों को लगना था जो अपने जीवन में मेहनत और लगन से शिक्षा हासिल कर सभी तरह के टैस्ट पास कर चुके है।

उनकी जगह फर्जी व जाली दस्तावेजों के आधार पर ऐसे लोगों को नौकरियां दे दी गई जो इनके काबिल नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि इसके बदले फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी पाने वाले लोगों से कितना सुविधा शुक्ल वसूला गया है। बताया जा रहा है

प्रदीप बंसल की कारगुजारी की शिकायते शासन स्तर तक पहुंचने के बाद महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने एडी बेसिक को प्रकरण की जांच सौंपी थी। अब एडी बेसिक को जांच में क्या पाया गया इसको लेकर महानिदेशक विजय किरण आनंद ने 24 जुलाई को लखनऊ बुलाया है। मामले को लेकर एडी बेसिक दिनेश यादव से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।

ये हैं फर्जी नियुक्तियों का मामला

चर्च सिटी जूनियर हाई स्कूल के प्रबंधक रमेश गिल ने गत् 30 मई को महानिदेशक स्कूल शिक्षा, मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा मेरठ को लिखे शिकायतपत्र में वरिष्ठ सहायक प्रदीप बंसल पर गंभीर आरोप लगाये है। शिकायतपत्र में कहा गया है प्रदीप बंसल ने 2015-16 व 2016-17 में चर्च सिटी जूनियर हाई स्कूल अन्दरकोट, ठठेरवाड़ा व सदर में प्रधान अध्यापक व सहायक अध्यापकों की 9 नियुक्तियां फर्जी तरीके से कराई है।

इसके साथ ही पूरे जनपद में करीब सौ से अधिक फर्जी नियुक्तियां इनके द्वारा कराई जा चुकी है। इन नियुक्तियों में लगातार अनियमितता, अवैध रूप से नौकरी व प्रशिक्षण योग्यता के साथ फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों का प्रयोग किया गया है। इनमें चर्च सिटी अन्दरकोट में प्रधानाचार्य की बीएड प्रशिक्षण योग्यता महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी रोहतक से पत्राचार से है जबकि शासनादेश वर्ष 2008 के अनुसार प्रधानाध्यापक पद पर नियमित बीएड अर्हता का प्रावधान है। साथ ही अनुभव के रूप में जूनियर विद्यालय में मान्यता प्राप्त के लिए पांच वर्षो का प्रावधान है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Bijnor News: लूट की योजना बना रहे बदमाशों से मुठभेड़, अवैध असलहों के साथ 2 गिरफ्तार, दो फरार

जनवाणी संवाददाता | धामपुर: धामपुर पुलिस पोषक नहर पर चेकिंग...
spot_imgspot_img