जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: यूपी के मुज़फ्फरनगर जिले का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए सीमा पर वीरगति को प्राप्त हो गया। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के जूदर क्षेत्र में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने अचानक सेना के जवानों पर हमला बोल दिया।
इस दौरान मुजफ्फरनगर के लाल बुढाना मोड़ निवासी प्रशांत शर्मा बुरी तरह से जख्मी हो गए, उन्हें आर्मी अस्पताल ले जाया गया जहां पर उन्होंने दम तोड़ दिया। जम्मू से सेना के अधिकारी ने मुजफ्फरनगर में शहीद प्रशांत शर्मा के घरवालों को उनकी शहादत की जानकारी दी।
शहीद के पिता भी रह चुके हैं आर्मी में
शहीद प्रशांत शर्मा बागपत के गांव बिजरोल के मूल निवासी थे। 15 साल पहले परिवार मुज़फ्फरनगर जिले के बुढ़ाना मोड़ पर शिफ्ट हो गया था। प्रशांत के पिता आर्मी से रिटायर हैं।
प्रशांत की शहादत के बारे में शनिवार की सुबह ही परिजनों के पास जम्मू से आर्मी के अफसर का फोन आया है। प्रशांत दो साल पहले ही भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। 15 साल पहले इनके पिता शीशपाल आर्मी से रिटायर हुए थे, तभी से वह परिवार के साथ बुढाना मोड़ पर रह रहे हैं। प्रशांत की बड़ी बहन की शादी मेरठ में हुई है जबकि छोटा भाई अभी पढ़ रहा है।
आतंकियों ने छिपकर किया हमला
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह, राष्ट्रीय राइफल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने पुलवामा के जदूरा में शुक्रवार देर रात तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल के जवान जब लक्षित क्षेत्र की ओर आगे बढ़ रहे थे तभी वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये और इस दौरान एक जवान प्रशांत शर्मा घायल हो गए। घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। शहीद जवान प्रशांत शर्मा यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे। इस सूचना से उनके घर पर शोक की लहर दौड़ गई।
श्रद्धांजलि
जय हिंद