- क्रांतिधरा पर हत्याओं का आंकड़ा बढ़ रहा तेजी से
- हत्या जैसे अपराधों को रोक पाने में पुलिस नाकामयाब
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: क्रांतिधरा पर हत्या जैसे खूनी अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अगर एक महीने का आंकड़ा देखा जाए तो रोज एक हत्या की खबर ने लोगों को हैरान कर दिया है। आपसी रंजिश, प्रॉपर्टी के लालच के कारण लोग जान लेने में आमादा हो गए है। अकेले मई महीने में ही पूरे जनपद में 25 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी है। भले ही आरोपी पकड़े जाएं, लेकिन हत्या की वारदातें तो कम होने का नाम नहीं ले रही है।
जानी थाना क्षेत्र में सवा महीने में छह हत्याएं हो चुकी हैं और हत्या की हर वारदात ने बदमाशों के खौफनाक अंदाज दिखा रही थी। इसी तरह सरधना, मवाना, परतापुर और हस्तिनापुर में हत्या की कई घटनाएं हो चुकी है। कंकरखेड़ा के जेवरी गांव में शादी समारोह से लौट रहे एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप ग्राम प्रधान और उसके साथियों पर परिजनों ने लगाया था। मृतक युवक के परिजनों का आरोप था कि युवक ने ग्राम प्रधान को वोट नहीं दिया तो उसने घटना को अंजाम दिया।
ग्राम प्रधान शिवकुमार ने अपने गांव जेवरी के किसान वीरेंद्र के सिर पर डंडों से प्रहार किए। निर्दयी प्रधान तब तक प्रहार करता रहा। जब तक कि युवक के प्राण नहीं निकल गए। लिसाड़ी गेट थाना इलाके का रहने वाले साजिद की उसके तीन चाचाओं ने बीच सड़क पर बेरहमी से कत्ल कर दिया। था। किसी काम से ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र स्थित इत्तेफाक नगर गया था। इस दौरान पीछे से आए तीन लोगों ने साजिद को पकड़कर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए।
चाकू लगने से साजिद गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। इसके बाद भी जब घायल साजिद ने उठने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसको जिंदा देखकर फिर चाकू से हमला कर दिया और गर्दन काट डाली। जानी थाना क्षेत्र के मेरठ इंस्टीट्यूट आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में बीटेक सेकंड ईयर के छात्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।
इस वारदात में छात्र को एक-दो नहीं बल्कि बीस बार चाकुओं से गोदा गया। परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में वैभव त्यागी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शोएब, फिरोज, तपेश्वर त्यागी और सत्तेश्वर त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। परतापुर में ट्रांसपोर्टर की हत्या एक महिला के साथ अवैध संबंधों के कारण उसके दोस्तों ने मिलकर कर दी थी।