- गिरोह के सरगना चंद्रमा का देशभर में फैला है नेटवर्क
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 90 लाख की कीमत की बतायी जा रही चरस के साथ दो तस्कर दबोच हैं। ये दोनों तस्कर बिहार से नशे की खेप लेकर पहुंचे थे। एसटीएफ मेरठ यूनिट के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि देश के अलग-अलग राज्यों में नशे की खेप पहुंचाने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 190 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 90 लाख रुपये बताई जा रही है। गुरुवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह के अनुसार, एसटीएफ को काफी समय से यह सूचना मिल रही थी कि उड़ीसा से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला एक गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह उड़ीसा से गांजा लाकर आगरा और मथुरा में खपाने का काम करता है। सूचना मिलते ही एसटीएफ ने काम शुरू कर दिया। 1 अगस्त को एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ की एक टीम जनपद फिरोजाबाद में रही। तभी टीम को मादक पदार्थ की एक खेप पहुंचने की सूचना मिली। टीम ने जाल बिछा दिया और थाना सिरसागंज के एनएच-19 स्थित उखरण्ड कट पर गांजे से भरे एक ट्रक को रोक लिया।
तलाशी लेने पर भारी मात्रा में गांजा बरामद हो गया। पुलिस ने ट्रक में मौजूद दो लोगों विवेक कुमार पुत्र रामहरि, निवासी ग्राम औरंगाबाद थाना मूंदकटी जिला पलवल हरियाणा और माधव पुत्र भगत निवासी दालिया थाना कुचायकोट जिला भोपालगंज बिहार को धर दबोचा। एएसपी ने बताया कि ट्रक में तकरीबन 190 किलोग्राम गांजा था, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 90 लाख रुपये बताई गई है।
पूछताछ में सामने आया कि इस गिरोह का मुख्य सरगना बिहार गोपालगंज निवासी चंद्रमा है। इसका नेटवर्क यूपी के अलग अलग जनपदों समेत कई अन्य राज्यों में फैला है। दोनों आरोपियों को माल की डिलीवरी मथुरा के गोवर्धन निवासी राकेश उर्फ बन्नू को करनी थी। इससे पहले ही एसटीएफ ने दबोच लिया।
नकदी और 40 लाख की स्मैक के साथ महिला समेत दो गिरफ्तार
मेरठ: परतापुर पुलिस ने स्वाट टीम के साथ चलाए गए अभियान में गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई में अवैध मादक पदार्थ, नकदी और मोबाइल फोन के साथ एक महिला समेत दो बदमाश गिरफ्तार किए हैं। इंस्पेक्टर जयकरण सिंह ने बताया कि इनके कब्जे से 250 ग्राम अवैध स्मैक व 1. 53 लाख नकद बरामद हुआ है। अवैध स्मैक की बाजार में अनुमानित कीमत करीब 40 लाख रुपये है। अभियुक्तगण के विरुद्ध थाना परतापुर पर मुअसं 286/24 धारा 8/21बी एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में सालम खान पुत्र अब्दुल हाफीज निवासी जानी बुजुर्ग थाना जानी व अंजुम पत्नी सानू निवासी रिहान गार्डन चार खंभा लिसाड़ी गेट शामिल हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि महिला अभियुक्त दिल्ली से स्मैक को सस्ते दाम में खरीदकर एनसीआर व मेरठ क्षेत्र मे अभियुक्त सालम खान को सप्लाई करती है। सालम खान खरीदी हुयी स्मैक को छोटे टुकडेÞ को ऊंचे दामो में बेचता है। सालम खान व अंजुम के खिलाफ पहले से भी बी एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे चल रहे हैं।