- सपा ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा कर आंदोलन को दिया समर्थन
जनवाणी संवाददाता |
शामली: केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि अध्यादेशों का विरोध करने जा रहे किसानों को रोकने एवं उन पर लाठीचार्ज करने का समाजवादी पार्टी ने कड़ा विरोध किया है।
शुकव्रार को सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर सुधीर पंवार ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा का मूल चरित्र किसान विरोधी है, मोदी सरकार 2014 से ही खेती को पूंजीपतियों के हवाले करने की रणनीति बनाती रही है। मोदी सरकार सत्ता संभालते ही 2015 मे किसान विरोधी नया भूमि अधिग्रहण कानून लाई थी, जिसे किसानों एवं विपक्ष के विरोध के बाद वापिस लेना पड़ा था।
मध्यप्रदेश में किसानों ने 2018 मे फसलों के उचित मूल्यों के लिए आन्दोलन चलाया था जिस पर तत्कालीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने गोली चलवाई थी जिसमें कई किसान मारे गए थे। उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन द्वारा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के लिए निकाली गई किसान क्रांति यात्रा पर पुलिस ने गाजियाबाद में लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई किसान घायल हुए थे।
अब केन्द्र सरकार ने कोरोना लाकडाउन में किसान विरोधी अध्यादेश इस रणनीति से लागू किए थे कि किसान विरोध करने के लिए सड़कों पर नहीं उतरेगा। पंजाब के बाद जब हरियाणा के किसानों ने अध्यादेशों का विरोध किया तो कुरुक्षेत्र व अन्य स्थानों पर उन्हें पीपली जाने से रोका गया एवं बल प्रयोग किया गया।
समाजवादी पार्टी किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करती है तथा सरकार को चेतावनी देती है कि किसानों को राज्यों में बांटकर न देखे। पूरे देश का किसान आज हरियाणा के किसानों के साथ खड़ा है तथा 15 सितंबर से किसानों के प्रस्तावित विरोध कार्यक्रम का समर्थन करते हैं तथा यदि जरूरी हुआ तो उनके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर संघर्ष करेंगे।
किसानों के साथ धोखा