जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: रविवार को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना महमूद मदनी द्वारा हिंदू और इस्लाम धर्म को लेकर की गई टिप्पणी का चौतरफा विरोध देखने को मिल रहा है। जनपद मुजफ्फरनगर में योग साधना यशवीर आश्रम बघरा के संस्थापक महंत स्वामी यशवीर सरस्वती महाराज ने मदनी के बयान पर आलोचना व्यक्त करते हुए कहा कि मदनी अपने बयान के लिए देश से माफी मांगे और उन्होंने सरकार से मांग की है कि मदनी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उस पर रासुका लगाई जाए।
योग साधना यशवीर आश्रम बघरा के संस्थापक महंत स्वामी यशवीर सरस्वती ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महमूद मदनी का बयान तर्क विहीन है। स्वामी यशवीर महाराज ने कहा की महमूद मदनी ने जो अपना वक्तव्य दिया है वह सरासर सिद्धांत के विपरीत है और गलत है। उन्होंने बताया कि महमूद मदनी ने कहा है कि भारत इस्लाम का देश है, यशवीर महाराज ने कहा कि महमूद मदनी यह भूल गये कि वह जो कह रहे है यह बिल्कुल इतिहास के भी विपरीत है। जितने भी संसार के अंदर मजहब हैं उनमें सब की तिथि मौजूद है। उन्होंने कहा कि इस्लाम मजहब को चले हुए केवल 14 सौ वर्ष हुए हैं। यह इतिहास में भी हर विद्यार्थी को पढ़ाया जाता है।
मदनी ने जो कुछ भी कहा है उन्होंने हमारे सनातन धर्म को सीधी-सीधी चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि महमूद मदनी की इस चुनौती को हम शास्त्रार्थ के माध्यम से स्वीकार करते हैं। महमूद मदनी हमारे साथ शास्त्रार्थ करें और शास्त्रार्थ का स्थान भी हमने चुन लिया है, वह स्थान इस्लामी मदरसा देवबंद होगा और और यह शास्त्रार्थ कब और किस तिथि में होगा यह महमूद मदनी को बताना होगा, क्योंकि हमने उन्हें इस को लेकर एक पत्र भी लिखा है। स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि हम देवबंद मदरसे में आने के लिए तैयार बैठे हैं यदि वह शास्त्रार्थ करने के लिए तैयार नहीं होगा तो एक हफ्ते का समय दिया जा रहा है। एक हफ्ते के पश्चात हम मुजफ्फरनगर से देवबंद मदरसे के लिए कूच करेंगे और पूरे दलबल के साथ धरना देंगें। जब तक शास्त्रार्थ करने के लिए महमूद मदनी नहीं आते, तब तक धरना जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि यहां जितने भी मुसलमान भाई हैं उन सभी के पूर्वज चाहे वह अरशद मदनी हो महमूद मदनी हो, इनके भी पूर्वज हिंदू थे। हम इतिहास के माध्यम से शास्त्रार्थ वाले दिन इनको यह सब दिखलाएंगे। उन्होंने कहा कि हम साधु हैं हम हिंसा की बात नहीं करते हमारा सिद्धांत है अहिंसा परमो धर्म, लेकिन हमारा कहना है कि मदनी ने जो बात कही है वह सिद्धांत के विपरीत है। यह बात कह कर उसने पूरे संसार को गुमराह किया है और गुमराह करना बहुत बड़ा अपराध होता है।
उन्होंने समाज को गुमराह किया है और गुमराह करने पर उनके खिलाफ संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज होना चाहिए और भारत सरकार उन पर मुकदमा दर्ज कर जेल में डालें, वरना नहीं तो आगे इस तरह की बात करने वाले लोग फिर आगे आएंगे। हम मदनी के पत्र के जवाब का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि मदनी शास्त्रार्थ करने से बचना चाहता है, तो हम उसे एक सलाह और देना चाहते हैं कि वह एक जनसभा कर मीडिया के सामने क्षमा याचना करें।