जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के तथाकथित धन्ना सेठों में खुद को शुमार करने वाले गर्ग बंधु (हर्ष गर्ग व विवेक गर्ग) लखनऊ में मौजूद अपने खासमखास के नाम पर जिस प्रकार से शासन प्रशासन में अपनी धमक जमाने कर प्रदेश के सीएम योगी सरकार की छवि खराब कर रहे थे। लखनऊ में उच्च पद पर आसीन बडे व ईमानदार अधिकारी का नाम एक सांस में चार बार लिया करते थे। इतना ही नहीं इन्होंने इसी आका के बल पर चेतन कांप्लेक्स की छूटी हुई भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया। इनकी कारगुजारी यहीं तक सीमित नहीं रही। अपने आका नाम ले लेकर मुठमर्दी व ठेठ अराजकता दिखाते हुए दूसरे के संस्थान पर बिजली का मीटर तक लगवा लिया था, लेकिन विद्युत विभाग ने यह साबित कर दिया कि यागी सरकार में किसी की भी मुठमर्दी नहीं चलेगी। किसी का या अपने आका का नाम लेकर कोई भी गलत काम नहीं कराया जा सकेगा।
यह भी साबित कर दिया कि यह योगी राज है मुठमर्दी या अराजकता दिखाई तो उसका अंजाम बुरा होगा। जिस वक्त तान्या मोटर्स की अवैध इमारत से बिजली वाले मीटर व तार उतार रहे थे, उस वक्त जनता में योगी सरकार यह संदेश साफ जा रहा था कि अब अराजकता नहीं चलने वाली। आज तान्या मोटर्स की अवैध इमारत से केवल मीटर ही नहीं उतरा, बल्कि गर्ग बंधुओं की इज्जत भी तार-तार हो गयी है। पूरे शहर में यह संदेश चला गया है कि खुद को तथाकथित धन्ना सेठ मानने वालों की आज इज्जत तार-तार हो गयी है। जिस वक्त यह मीटर उतरा जा रहा था, उस वक्त वहां जमा भीड़ योगी सरकार की जय-जयकार कर रही थी साथ ही यह भी कह रही थी कि तथाकथित धन्ना सेठ अब अराजकता और मुठमर्दी करानी भूल जाएं यह योगी सरकार है।
बात दें कि यह पूरा मामला तान्या मोटर्स (मारुति कार शोरूम) वालों के गर्ग बंधुओं से जुड़ा है। तान्या मोटर्स कार शोरूम के मालिकों ने ना केवल अवैध रूप से निर्माण किया है, बल्कि पड़ोसियों का सेटबैक भी दवा लिया है। इतना ही नहीं अवैध बिल्डिंग पर बिजली का अवैध रूप से कनेक्शन भी ले लिया। यह मामला सीएम योगी और अदालत तक पहुंच गया। तान्या मोटर्स के निर्माण को पूरी तरह से अवैध माना इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सोमवार को बिजली विभाग की टीम ने यहां दिए गए कनेक्शन को काट दिया। इतना ही नहीं तान्या मोटर्स के शोरूम पर लगाए गए मीटर को भी उतार दिया गया है। इस पूरे मामले को शहर में तान्या शोरूम के मालिकों की हर्ष गर्ग व विवेक गर्ग की किरकिरी के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल, मामले को सीएम योगी के दरबार तक ले जाने का कम एडवोकेट रामकुमार शर्मा ने किया।
उन्होंने बताया कि किस तरह से तान्या मोटर्स के मालिकों ने दो आवासीय भवनों को कामर्शियल शोरूम में बदल दिया। उन्होंने सीएम को अवगत कराया है कि हर्ष गर्ग व विवेक गर्ग तथा उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने उनकी तथा अन्य की सेटबैक की भूमि पर दो आवासीय व एक कामर्शियल भूमि को जोड़कर बगैर किसी वैध स्वीकृति के एक बड़े कामर्शियल शोरूम का अवैध निर्माण कराया है। उनके इस कृत्य से वैटिलेशन, हवा व धूप का प्रवाह पूरी तरह से रुक गया है। साथ ही वहां अवैध रूप से चल रहे वर्कशॉप व गाड़ियों की धुलाई केंद्र से प्रदूषित रसायन युक्त पानी भवनों की नींव में लगातार प्रवाहित हो रहा है। जिससे भवन की दीवारों में दरारें उत्पन्न हो गयी हैं। इससे संरचनात्मक क्षति स्पष्ट नजर आ रही है। इससे प्रार्थी व उसके पड़ोसियों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है और जानमाल की क्षति स्पष्ट नजर आ रही है। उन्होंने इसके लिए तमाम दलीलें दी। मामला बढ़ने के बाद अवैध बिल्डिंग पर लगाया गया मीटर बिजली विभाग ने उतार लिया। इसके साथ ही गर्ग बंधुओं की शहर में इज्जत भी उतर गयी।
पहले जा चुके हैं जेल
गर्ग बंधुओं की यह मुठमर्दी या अराजकता पहली बार नहीं है। काफी साल पहले इसी अराजकता के चलते ये जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंच चुके हैं। दरअसल, हुआ ये था कि ब्यूटी पार्लर चलाने वाली एक महिला को उन्होंने पुरानी कार बेच दी। उस महिला ने जब गर्ग बंधुओं से इसकी शिकायत की तो ये नहीं मानें और पूरी तरह से अराजकता पर उतरे रहे। उक्त महिला पुलिस की शरण में गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन एसएसपी कश्मीरा सिंह ने इनके खिलाफ न केवल मुकदमा दर्ज कराया, बल्कि उक्त महिला की मदद करते हुए गर्ग बंधुओं को हथकड़ी लगाकर जेल भी भिजवा दिया। जेल की हवा खाने के बाद भी गर्ग बंधु बाज आने को तैयार नहीं है। लखनऊ में बैठे उच्चाधिकारी का नाम अपने गलत कामों में लेकर उनकी छवि भी खराब करने काम कर रहे हैं।