जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: खैरखाना इलाके में बुधवार शाम एक मस्जिद में नमाजियों के बीच हुए भीषण धमाके में 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि इस धमाके में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं, लेकिन उनकी संख्या की पुष्टि नहीं की।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह धमाका काबुल शहर के सर-ए-कोटल खैरखाना इलाके में हुआ है। काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि सेना इलाके में पहुंच गई है। इस बीच, काबुल के आपातकालीन अस्पताल ने ट्विटर पर जानकारी दी कि धमाके में 27 लोग घायल अवस्था में अस्पताल में आए हैं। वहीं घायलों में 5 बच्चे, जिनमें एक 7 साल का बच्चा भी शामिल है।
Afghanistan | Kabul security department spokesman Khalid Zadran has confirmed that a blast took place in PD 17 of Kabul today. Security forces have arrived in the area, he said: TOLOnews
— ANI (@ANI) August 17, 2022
विस्फोट की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। वहीं एक इस्लामिक मौलवी अमीर मोहम्मद काबुली की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और दावा किया जा रहा है कि वह विस्फोट में मारा गया।
अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जे की पहली सालगिरह पर तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने विश्व समुदाय से तालिबान सरकार से सहयोग करने का आग्रह किया। मुत्तकी ने कहा, हम सभी को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। मुत्ताकी ने दोहा समझौते पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अफगानिस्तान अमेरिका सहित किसी भी देश के लिए खतरा नहीं है।
अफगानिस्तान की राजधानी में शिया समुदाय की मोहर्रम माह में एक शोकसभा के दौरान एक वाहन में विस्फोट हुआ था जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी जबकि 18 अन्य घायल हो गए थे। यह धमाका काबुल के सरकारिज क्षेत्र में एक मस्जिद के पास हुआ। धमाके की जिम्मेदारी आईएस ने ली थी।
पुलिस प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा, मोहर्रम के लिए यहां कई लोग एकत्र हुए थे। इसी दौरान दो धमाके हुए। विस्फोटक उपकरण एक वाहन में रखे गए थे, जिसकी जिम्मेदारी आईएस ने ली। उसका इरादा शिया हजारा समुदाय के लोगों को निशाना बनाना था।
पहला धमाका इमाम मोहम्मद बाकेर क्षेत्र में हुआ था जो काबुल के सर-ए-करीज इलाके में स्थित जनाना मस्जिद है। दूसरा धमाका जिस इलाके में हुआ वह एक रिहाइशी क्षेत्र है। आईएस ने अपने बयान में 20 लोगों के मरने और घायल होने की बात कही थी। यह क्षेत्र काबुल के भीड़भाड़ वाले इलाके हैं।