Friday, July 5, 2024
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कपसाड़ में खूंखार कुत्तों का आतंक, दहशत

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  • गोशाला में आधा दर्जन से अधिक गोवंशों को किया घायल, एसडीएम से मिले ग्रामीण

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: शहर के विभिन्न मोहल्लों में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया कि लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। कई मोहल्लों में आवारा कुत्ते छोटे बच्चों को काट कर घायल कर चुके हैं। इसके बाद भी नगर पालिका ने इन कुत्तों से लोगों को राहत दिलाने की कोई पहल नहीं की है। आवारा कुत्तों से ग्रामीण खासे दहशत में हैं। आवारा कुत्तों के हमले के भय से छोटे बच्चों का बाहर खेलना भी बंद हो गया है।

कई अभिभावक अपने बच्चों को कुत्तों के भय से स्कूल भेजने में भी चिंतित रहते हैं। बच्चों को साथ लाते वक्त हाथ में डंडा होने के बाद भी चेहरों पर भय की लकीरें स्पष्ट दिखाई पड़ती हैं। बीते एक सप्ताह से शहर के विभिन्न मोहल्लों में आए दिन आवारा कुत्तों के काटने की घटना हो रही हैं। कपसाड़ गांव में खूंखार कुत्तों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। गांव में स्थित गोशाला में कुत्ते गोवंशों को अपना निशाना बना रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों में खूंखार कुत्ते आधा दर्जन से अधिक गोवंशों को अपना निशाना बना चुके हैं। इसके अलावा सफाई व्यवस्था की भी हालत खराब है। आरोप है कि ब्लाक स्तर पर शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोमवार को गोशाला समिति के लोग तहसील पहुंचे। उन्होंने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपते हुए समस्या के समाधान की मांग की।

प्रदेश सरकार गोवंशों के रखरखाव को लेकर गंभीर रहती है। मगर गोशाला में बंधे और खुले घूम रहे गोवंशों की हालत किसी से छुपी नहीं है। सरधना के कपसाड़ गांव में श्री गोशाला कपसाड़ पोस्ट खास के नाम से गोशाला बनी हुई है। जिसमें करीब ढाई सौ से अधिक गोवंशों का पालन किया जा रहा है। गोशाला संचालन के लिए सरकार की ओर से खर्च भी दिया जाता है। इसलिए यह गोशाला एक तरह से प्रशासन की देखरेख में चल रही है।

मगर वर्तमान में गोशाला की हालत ठीक नहीं है। गोशाला समिति के पदाधिकारी बताते हैं कि गांव में करीब दो महीने से खूंखार कुत्तों का आतंक बना हुआ है। गोशाला की दीवारों की ऊंचाई कम होने के कारण कुत्तों के झुंड गोशाला में घुस आते हैं। यह कुत्ते गोवंशों पर हमला करते हैं। कुत्ते गोवंशों को बुरी तरह घायल कर देते हैं। अब तक दर्जनभर से अधिक गोवंश कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। आरोप है कि कई बार ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक अधिकारियों तक से शिकायत की जा चुकी हैं।

मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मामले को लेकर सोमवार को समिति के लोग तहसील पहुंचे। उन्होंने एसडीएम को एकज्ञापन सौंपते हुए मामले से अवगत कराया। बताया कि कुत्तों के आतंक से तो परेशान हैं ही। गंदगी के चलते भी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों ने एसडीएम से शीघ्र समस्या का समाधान कराने की मांग की। एसडीएम पीपी राठौर ने उन्हें इस ओर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

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