- चालक की सूझबूझ से यात्रियों की जान बची, दूसरी बस से गंतव्य को किए गए रवाना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: यूपी परिवहन निगम की चलती बस में अचानक आग लग गई। इस हादसे में आग का गोला बनी बस देखते ही देखते जलकर पूरी तरह स्वाहा हो गई। गनीमत रही कि खतरे को भांपते हुए चालक ने पहले ही बस को पहले ही रोककर उसमें सवार डेढ़ दर्जन यात्रियों को दूसरी बस से गंतव्य के लिए भेज दिया था। वरना हादसा बहुत भयानक हो सकता था। प्रदेश मुख्यालय स्तर से हुई कार्रवाई में अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर बड़ौत डिपो के सीनियर फोरमैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मेरठ परिक्षेत्र के आरएम केके शर्मा ने बताया कि हादसा बुधवार सुबह चार बजे के बाद हुआ। बताया गया कि हरिद्वार से दिल्ली जा रही बड़ौत डिपो की बस संख्या यूपी-30 एटी 2588 में हिंडन एयरपोर्ट के समीप आग लग गई। इस बस में सवार 19 यात्रियों को परिवहन निगम की अन्य बस में ट्रांसफर कर दिया गया था। घटना के समय बस को अमित कुमार चला रहा था, जबकि परिचालक सचिन कुमार ड्यूटी पर था।
बस में आग लगने पर चालक ने तत्काल बस को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया तथा आग बुझाने का प्रयास किया। प्रात: हवा की तेजी के कारण आग बड़ी तेजी से बस में फैल गई। परिचालक ने फायर ब्रिगेड को फोन भी कर दिया गया। लगभग 15-20 मिनट बाद फायर बिग्रेड पहुंची। तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। आरएम ने बताया कि इस हादसे की सूचना पाकर मौके पर परिवहन निगम गाजियाबाद के अधिकारी भी पहुंच गए।
गनीमत रही कि चालक ने ब्रेक का प्रेशर कम होने और कुछ जलने की दुर्गंध आने के कारण खतरे को भांप लिया था, जिसके चलते यात्रियों को आग लगने से पहले ही दूसरी बसों में भेज दिया गया था। इस सावधानी बरतने के कारण दुर्घटना में किसी जान की हानि नहीं हुई। आरएम केके शर्मा ने बताया कि सेवा प्रबंधक मेरठ सत्यनारायण ने चालक परिचालकों के बयान व बड़ौत डिपो से बस का रिकॉर्ड व दोष पंजिका आदि का अध्यन किया।
तथा डिपो के सीनियर फोरमैन ओमवीर सिंह को प्रथम दृष्ट्या दोषी पाते हुए उनकी रिपोर्ट परिवहन निगम मुख्यालय भेज दी। इस पर उच्चाधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से ओमवीर सिंह को निलंबित कर दिया है। इस हादसे के बारे में चालक की ओर से गाजियाबाद के थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।