नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हाल ही में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि सिर्फ एक व्यक्ति को जीवित बचाया जा सका है। मृतकों की पहचान का कार्य फिलहाल डीएनए परीक्षण के जरिए किया जा रहा है। इस त्रासदी के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मशहूर फिल्ममेकर महेश कलावड़िया, जिन्हें फिल्म जगत में महेश जीरावाला के नाम से भी जाना जाता है, हादसे के दिन से लापता हैं। जानकारी के अनुसार, उनकी आखिरी मोबाइल लोकेशन विमान दुर्घटना स्थल से महज 700 मीटर की दूरी पर दर्ज की गई थी।
मोबाइल की आखिरी लोकेशन ने चौंकाया
नरोदा निवासी महेश कलावड़िया के परिवार की बेचैनी बढ़ गई है। उनकी पत्नी हेतल ने बताया कि हादसे वाले दिन यानी गुरुवार को महेश दोपहर 1:14 बजे उन्हें फोन कर घर लौटने की बात कह रहे थे। लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया और वह घर नहीं पहुंचे। जब परिजन चिंतित होकर पुलिस के पास पहुंचे, तो मोबाइल की आखिरी लोकेशन ने चौंका दिया—वह लोकेशन उसी क्षेत्र के पास मिली जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
परिजनों ने दी पुलिस को सूचना
जब महेश की कोई खबर नहीं मिली, तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मोबाइल ट्रैकिंग से जो लोकेशन सामने आई, उसने सभी को चौंका दिया। महेश की अंतिम लोकेशन हादसे की साइट से सिर्फ 700 मीटर दूर पाई गई। उनका स्कूटर और फोन भी गायब है, जिससे आशंका और गहरा गई है।
महेश की पत्नी ने कहा
महेश की पत्नी का कहना है कि वो आमतौर पर उस रास्ते से घर नहीं आते थे। यह पूरी घटना बेहद असामान्य है। ऐसे में परिजनों ने डीएनए जांच के लिए सैंपल जमा करा दिए हैं ताकि ये साफ हो सके कि कहीं वह भी इस भयावह दुर्घटना का शिकार तो नहीं हुए।
बता दें कि, गुरुवार दोपहर 1:39 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, लेकिन कुछ ही मिनटों बाद वो मेघाणीनगर के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई। हादसे में स्थानीय स्तर पर भी कई लोगों की जान गई, जिनमें मेडिकल कॉलेज के पांच छात्र शामिल थे।
शवों की पहचान कर पाना लगभग असंभव
अब तक अधिकारियों ने 47 शवों की डीएनए के जरिए पहचान कर ली है और 24 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। बाकी की पहचान प्रक्रिया जारी है, क्योंकि ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि पहचान करना लगभग असंभव है। फिल्ममेकर महेश कलावड़िया का अचानक यूं लापता हो जाना और उनकी अंतिम लोकेशन का दुर्घटनास्थल के इतने करीब होना, कई सवाल खड़े कर रहा है।