Friday, June 6, 2025
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बूढ़ी गंगा के इतिहास को जाना राज्यपाल ने

  • नेचुरल साइंसेंज ट्रस्ट के अध्यक्ष और डीएम के साथ की वार्ता
  • बूढ़ी गंगा को लेकर प्रधानमंत्री से बातचीत का आश्वासन दिया

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शुक्रवार को सर्किट हाउस में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से नेचुरल साइसेंज ट्रस्ट के अध्यक्ष और शोभित विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रियांक भारती ने बूढ़ी गंगा की जमीन पर अतिक्रमण एवं विलुप्त हो चुकी नदी को लेकर मुलाकात की। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डीएम दीपक मीणा को बूढ़ी गंगा को लेकर जल्द अधिकारियों के साथ बैठक कर बूढ़ी गंगा की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिए।

साथ ही उन्होंने कहा और मुझे अवगत कराएं। इस दौरान उन्होंने बूढ़ी गंगा पर पट्टे काटे जाने का संज्ञान भी लिया और विस्तार से जानकारी मांगी साथ ही उन्होंने वहां पर रहने वाले लोगों की स्थिति और बूढ़ी गंगा का पूरा रूट भी जाना उन्हें बताया भी गया कि केवल हस्तिनापुर में ही बूढ़ी गंगा का अस्तित्व खत्म हुआ है बाकी जगह पर गंगा का प्रवाह जारी है।

प्रियंक भारती ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को ई-मेल भेजकर बूढ़ी गंगा की सैकड़ों बीघा जमीन पर अवैध कब्जे तथा नदी के लुप्त: प्राय होने की शिकायत की थी। इस पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इस मामले को गंभीरता से लिया और डीएम दीपक मीणा एवं प्रियांक भारती को सर्किट हाउस बुलाया। प्रियांक भारती ने बूढ़ी गंगा के साथ ही कर्ण मंदिर के जमीन पर भी अवैध कब्जों की शिकायत की।

साथ ही पूरी जानकारी दस्तावेजों के साथ राज्यपाल के सामने रखी। डीएम को निर्देश दिए कहा कि जल्द बड़ी बैठक कर मुझे अवगत कराए। इस मामले में कार्रवाई को लेकर लगातार राजभवन को सूचना दें। उन्होंने डीएम से कहा वह कल हस्तिनापुर गईं तो बूढ़ी गंगा और कर्ण मन्दिर क्यों नहीं ले जाया गया। क्यों मुझे इनका इतिहास नहीं बताया गया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि बूढ़ी गंगा इतनी अच्छी नदी है, वह कैसे हुई विलुप्त हुई। इसे लेकर प्रधानमंत्री से बात करूंगी।

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