- कैंट बोर्ड और रिसार्ट मालिक के बीच चल रहा हैं सेटिंग का खेल
- 15 दिन बाद भी दर्ज नहीं हुई एफआईआर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट बोर्ड आॅफिस से 15 दिन पहले चली चिट्ठी एक किलोमीटर का सफर भी तय नहीं कर पा रही हैं। चिठ्ठी कहां गई? यह चिट्ठी 22-बी रिसोर्ट को लेकर भेजी गई थी। इसमें आवासीय में व्यवसायिक गतिविधियां संचालित करने पर कैंट बोर्ड की तरफ से सी लगाई गई थी। सील को भी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में लगाया गया था, लेकिन मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में लगाई गई सील को रिसोर्ट मालिक पंकज जौली ने तोड़ दिया था।
यह कानून की मर्यादाओं को एक तरह से रिसोर्ट मालिक ने तार-तार कर दिया था। इस पूरे प्रकरण में कैंट बोर्ड अधिकारियों की खासी किरकिरी हुई थी। इसके बाद ही कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने दावा किया था कि हम रिसोर्ट मालिक पंकज जौली के खिलाफ थाने में तहरीर देने गए थे, लेकिन पुलिस लालकुर्ती थाना इंस्पेक्टर ने तहरीर नहीं ली। इसके बाद कैंट बोर्ड के सीईओ ज्योति कुमार ने दावा किया कि लालकुर्ती थाने में स्पीड पोस्ट से तहरीर भेज दी गई है।
कैंट बोर्ड और लालकुर्ती थाने के बीच की दूरी करीब एक किलोमीटर का है, लेकिन इस एक किलोमीटर की दूरी को कैंट बोर्ड के अधिकारी 15 दिन में भी तय नहीं कर पाए। यही वजह है कि इस्पेक्टर लालकुर्ती अभी भी यह दावा कर रहे हंै कि उन्हें तहरीर नहीं मिली। तहरीर मिलती है तो एफआईआर दर्ज करूंगा। यह लग रहा है कि कैंट बोर्ड अधिकारियों और रिसॉर्ट मालिक के बीच एक तरह से नूरा कुश्ती चल रही है, लेकिन इस नूरा कुश्ती के बीच कानून की मर्यादा तार-तार हो रही।
क्योंकि मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के बीच 22-बी रिसोर्ट पर सील की कार्रवाई की गई थी। कार्रवाई के दौरान ही रिसोर्ट मालिक ने ऐलान कर दिया था कि आधा घंटे बाद ही वो सील को उखाड़ देंगे। वही रिसोर्ट मालिक ने किया भी। फोर्स जैसे ही 22-बी के परिसर से बाहर निकली तत्काल रिसोर्ट मालिक ने सील को उखाड़ फेंका। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि 22-बी में सील की कार्रवाई के बाद से ही लगातार कार्यक्रम हो रहे हैं।
दिवाली पर भी कई बड़े आयोजन हुए हैं। फिर भी कैंट बोर्ड अधिकारी रिसोर्ट मालिक के खिलाफ नहीं तो मुकदमा दर्ज कर पाए हैं और नहीं कार्यक्रम को रोक पाए। हालांकि पूर्व में भी सील 22-बी पर सील लगाई गई थी। तब दो कर्मचारियों की तैनाती विशेष तौर पर 22 -बी पर कर दी गई थी । रात दिन कैंट बोर्ड के कर्मचारी यहीं पर डेरा डालकर रहते थे। उस दौरान सील लगी रही, लेकिन फिर रिसोर्ट मालिक ने सील को काट कर फेंक दिया था।
तब से अवैध तरीके से ही 22-बी पर कार्यक्रमों का मेला सा लग रहा है। एक तरह से अधिकारियों और रिसोर्ट मालिक के बीच नूरा-कुश्ती का खेल चल रहा है, तभी तो नहीं तो रिसोर्ट मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो रही और नहीं रिसोर्ट में कार्यक्रम पर किसी तरह की पाबंदी लगाई गई है।