- इंचार्ज की छुट्टी, 150 करोड़ खर्च करने के बाद भी सिरदर्द बना है सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
- करीब दर्जन भर नए वार्ड और उद्घाटन की चल रही तैयारी, शिफ्ट होंगे कोविड संक्रमित
शेखर शर्मा |
मेरठ: एलएलआरएम की किचन में घोटाले की बू आने लगी है। जिसके चलते किचन के इंचार्ज की छुट्टी कर दी गयी है। उनके स्थान पर दो अन्य को जिम्मा दिया गया है। इंचार्ज से किचन के अलावा कई अन्य चार्ज भी मेडिकल प्राचार्य ने छीन लिए हैं, उनके पास अब केवल वित्तीय मामलों को देखने का जिम्मा रह गया है। वहीं, दूसरी ओर मेडिकल में इन दिनों उद्घाटनों की शृंखला शुरू होने जा रही है। ओपीडी पर्चा काउंटर पर प्रतिमा की स्थापना कर दी गयी है। अब सिर्फ उद्घाटन के लिए वीवीआईपी की तलाश है।
सुपर स्पेशियलिटी तकनीकि बीमारियों की चपेट में
150 करोड़ की लागत से तैयार किया गया मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल कई तकनीकि खामियों की चपेट में आया हुआ है। फायर एनओसी के अलावा इसमें इलेक्ट्रोनिक खामियों की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि जो इलेक्ट्रिक सिस्टम निर्माण करने वाली कंपनी के इंजीनियरों ने इसमें इजाद किया है। वह मेडिकल स्टाफ के समझ से परे है। इसके अलावा जिस कंपनी से निर्माण किया है। उन्होंने अपना कोई तकनीकि विशेषज्ञ भी मेडिकल में सिस्टम की देखरेख के लिए नहीं छोड़ा है। कई अन्य तकनीकि खामियां भी इसमें बतायी जा रही हैं जो मुसीबत बनी हुई हैं।
किचन में घोटालों की बू
बताया जाता है कि किचन में घोटालों की खिचड़ी पकने से ज्यादा जब उसके जलने की बू आने लगी तो प्राचार्य ने कठोर कार्रवाई करते हुए इंचार्ज डा. पालीवाल से वहां की जिम्मेदारी छीन ली। किचन की जिम्मेदारियों के अलावा कई अन्य दायित्वों से भी उनकी अब छुट्टी कर दी गयी है।
आशंका तो यहां तक जतायी जा रही है कि किचन को बंद भी किया जा सकता है या फिर बडे स्तर पर स्टाफ की छटनी या फिर नई किचन का ठेका दिया जा सकता है। ये भी पता चला है कि इतने मरीज नहीं है जितना कि किचन के नाम पर स्टाफ रख लिया गया है। मरीजों के खाने से ज्यादा तो किचन के स्टाफ के खाने के खर्चे की बात सुनने में आ रही है।
फेकल्टी में उबाल
सूत्रों की मानें तो इन दिनों मेडिकल की फेकल्टी में जबरदस्त उबाल है। मेडिकल प्राचार्य के कुछ कठोर निर्णयों को लेकर नाराजगी है। हालांकि कुछ का कहना है कि पूर्व के प्राचार्यों के समय में जो कुछ बुरी परंपरा रही हैं उनको दोबारा से जिंदा कर दिया गया है, जिसके चलते मेडिकल सिस्टम में आने वाले दिन बेहद उथल-पुथल भरे हो सकते हैं। फेकल्टी की नाराजगी कोई बड़ा गुल भी खिला सकती है।
उद्घाटनों की शृंखला की तैयारी
इन दिनों मेडिकल में उद्घाटनों की शृंखला की तैयारी चल रही है। इनमें ओपीडी के पर्चा काउंटर के सामने पार्क में लगी स. पटेल की प्रतिमा के अलावा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, न्यू बर्न यूनिट, नई फ्लू ओपीडी, प्रशासनिक भवन की लाइब्रेरी आदि भी शामिल बतायी जाती हैं, जिनका उद्घाटन किया जाना है।
शिफ्ट होंगे कोविड संक्रमित
सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण काल में मरीजों की बड़ी संख्या को देखते हुए कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया था, लेकिन संक्रमण का ग्राफ तेजी से गिरने के चलते अब यहां से कोविड संक्रमितों को शिफ्ट किए जाने की तैयारी चल रही है। बताया गया है कि अब केवल 10 मरीज ही यहां रह गए हैं।
ये कहना है प्राचार्य का
मेडिकल प्राचार्य डा. ज्ञानेन्द्र कुमार का कहना है कि जहां गड़बड़ियां वहां इलाज किया जा रहा है। किचन की जिम्मेदारी डा. विष्णुदत्त पांडेय और विजय कुमार को दी गयी है। सिस्टम को बेहतर करने के लिए कुछ भी करने से गुरेज नहीं। इसके अलावा जो नए निर्माण कराए गए हैं उनके भी उद्घाटन का प्रयास किया जा रहा है। मेडिकल को बेहतर बनाया जा रहा है।