- एनजीटी के ग्रेप सिस्टम लागू होने से वातावरण में बही शुद्ध हवा
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: इस समय मौसम की मेहरबानी मेरठ शहर की आबोहवा को गुणवान बना रही है। प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी द्वारा ग्रेप सिस्टम लागू किया गया था। इसमें प्रदूषण विभाग के अलावा 32 विभागों को शामिल किया गया था। तब भी प्रदूषण की रोकथाम नही हो पाई, लेकिन मौसम के असर से इस समय प्रदूषण बेहद अच्छा हो रहा है। अगर आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो उससे साफ नजर आता है कि इस समय मेरठ का प्रदूषण 100 है। जो सामान्य से भी कम चल रहा है।
हालांकि प्रदूषण के लिहाज से आने वाले दिन शहर के लिए बेहद मुश्किल भरे होंगे। प्रदूषण विभाग द्वारा मेरठ में गंगानगर, पल्लवपुरम और जयभीमनगर में एक्यूआई मापने के लिए सिस्टम लगा रखे हैं। इन सिस्टमों पर शनिवार को पल्लवपुरम में 81 गंगानगर में 154 और जयभीम नगर में 65 प्रदूषण की मात्रा रही है। हालांकि गंगानगर में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। जोकि बेहद खराब है, लेकिन गंगानगर में बारिश का न होना प्रदूषण को बढ़ा गया है।
ऐसे में साफ जाहिर है कि प्रदूषण को सिर्फ मौसम की मार ने कम किया है। अक्टूबर के महीने में हल्की सर्दी का मौसम शुरू हो जाएगा तो ऐसे में प्रदूषण की मात्रा जरूर बढ़ेगी। गन्ने का सीजन शुरू होगा। इस बार विभाग के लिए बेहद चुनौती होगी। इसलिए इसकी रोकथाम करना भी आवश्यक है। इसलिए यह दिन मुश्किल भरे होंगे।
शहरों में प्रदूषण की स्थिति
मेरठ 100
गाजियाबाद 102
मुजफ्फरनगर 90
हापुड़ 58
नोएडा 79
ग्रेटर नोएडा 70
बागपत 62
इन स्थानों पर प्रदूषण का स्तर
पल्लवपुरम 81
गंगानगर 154
जयभीमनगर 65
उमस बरकरार, नहीं मिल रही गर्मी से निजात
मोदीपुरम: मौसम में उमस का प्रकोप बरकरार है। गर्मी का असर बढ़ने के कारण लोग पसीना-पसीना हो रहे है। हालांकि मौसम वैज्ञानिक अब भी मौसम इसी तरह रहने की संभावना जता रहे हैं। दोपहर के बाद हल्की बारिश जरूर हुई, लेकिन बारिश के बाद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली है। अगस्त के महीने में जिस तरह से उमस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। उससे साफ नजर आ रहा है कि इस वर्ष उमस भरी गर्मी के कारण लोग परेशान है।
जो कई वर्षों का रिकॉर्ड भी टूट रहा है। राजकीय मौसम वैधशाला पर शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 91 एवं न्यूनतम आर्द्रता 68 प्रतिशत दर्ज हुई। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि अभी मौसम में उमस का प्रकोप बरकरार रहेगा। इसलिए उमस के प्रकोप से बचाव बेहद जरूरी है।