- लंबी ड्यूटी के चलते हाईपरटेशन की चपेट में पुलिस वाले
- शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी जानलेवा बीमारियां रही हैं जकड़
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: काम का बोझ और लंबी नॉन स्टॉप यानि लंबी ड्यूटी खाकी को परेशान और बीमार कर रहा है। तीन-तीन माह तक बगैर छुट्टी लिए डयूटी के अलावा काम का भारी प्रेशर तमाम पुलिस वालों को गंभीर बीमारियों की चपेट में ला रहा है। उनमें हाईपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियां घर कर रही हैं। बड़ी संख्या में ऐसे भी पुलिस वाले हैं जिन्हें शुगर, अनिद्रा, हाई और ऐसी ही कई गंभीर बीमारियां चपेट में ले रही हैं।
हालात कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अनेक पुलिस वालों के घरों में उनके ब्लड रिलेशन में विवाह शादियां इस साल हो रही हैं और घर में शादी जैसा समारोह होते हुए भी उन्हें छुट्टी के लिए गिड़गिड़ाना पड़ता है। काम के बोझ के मारे ये पुलिस वाले बेचारे किस हाल से गुजर रहे हैं इसका अंदाजा रविवार को पुलिस लाइन में लगाए गए एक जांच शिविर में हुआ। यूं तो हर साल इस प्रकार का कैंप लगाया जाता है, लेकिन रविवार को जो कैंप पुलिस वालों तथा उनके परिवार वालों की जांच के एसएसपी के निर्देश पर सीएमओ की ओर से आयोजित कराया गया था,
उसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए। कैंप के प्रभारी पूर्व एडिशन सीएमओ डा. राजकुमार सागर ने बताया कि अनेक पुलिस वाले जांच के दौरान हाईपरटेंशन की बीमारी की चपेट में पाए गए। इसके अलावा साइलेंट किलर माने जाने वाली बीमारी शुगर भी पुलिस वालों पर शिंकजे में ले रही है। इन दिनों शुगर को बीमारियों की महारानी माना जा रहा है। हर दूसरा शख्स भले ही वो कोई भी हो शुगर की चपेट में आ रहा है।
जमीनी हकीकत
हाइपरटेंशन व शुगर जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आने के पीछे की भी अब वजह जान लीजिए। इसकी बड़ी वजह लंबी डयूटी के साथ-साथ खाकी वालों पर काम का बोझ भी एक बड़ा कारण है। काम के बोझ की बड़ी वजह थानों में स्टाफ की कमी का होना है। कुछ थानों में तो शादियों के इसी सीजन में हाल यह था कि कोतवाल के अलावा दो दरोगा और बामुश्किल पांच या छह पुलिस वाले और थाने के सर्किल की यदि बात की जाए तो नापते-नापते थक जाएं।
यह स्थिति किसी एक थाने की हो ऐसा भी नहीं है। कमोवेश शादी के सायों में इसी स्थिति से तमाम थानों को दो चार होना पड़ा है। रही स्टाफ की बात तो घर में शादी होते हुए भी छुट्टी के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा। कुछ मामलों में तो ऐसा भी सुनने को मिला जब घर में शादी है और दिन के दिन घर जाना हुआ। ऐसे में खाकी बीमार न हो तो फिर क्या हो।