- मिना के टेंट सिटी से शुरू हुआ हज पांच दिनों में होगा पूरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: वार्षिक हज की प्रक्रिया गुरुवार से प्रारम्भ हो गई है। मेरठ सहित पूरे देश और विदेश से 10 लाख से अधिक लोगों ने हज की प्रारम्भिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। पूरा हज पांच दिनों में पूरा हो जाएगा और उसके बाद लोगों की अपने अपने देशों को रवानगी का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा।
बता दें कि प्रत्येक वर्ष हज चांद के महीने की आठ तारीख (आठ जिलहिज) को शुरू होकर 12 तारीख को पूरा होता है। इस दौरान तमाम लोग हज के विभिन्न अरकान (प्रक्रियाएं) पूरी करते हैं। गुरुवार को शुरू हुए हज में मेरठ के भी लगभग 300 हज यात्रियों ने अपने अरकान शुरू किए और बारगाह-ए-इलाही में सजदा किया।
वैसे तो हज यात्रा पर गए लोगों के सऊदी अरब पहुंचते ही इबादत का दौर शुरू हो जाता है, लेकिन हज के पांच मुख्य दिनों में ही हज की सभी औपचारिकताएं पूर्ण करनी होती हैं। हज टेÑेनर कारी शफीकुर्रहमान कासमी, जमीयत के महामंत्री कारी सलमान कासमी व कारी अफ्फान कासमी ने हज के बारे में पूरी जानकारी दी।
कैसे पूरा होता है हज, आप भी जानिए
पहला दिन: मक्का से मिना शहर के लिए रवानगी, मक्का से मिना की दूरी पांच किमी है। यहां पांच नमाजें पढ़ी जाती हैं और रात को यहीं पर रुकना होता है। मक्का से मिना पांच किलोमीटर है।
दूसरा दिन: सुबह सबसे पहले हज यात्री मिना से अराफात पहुंचेगे जो कि यहां से लगभग साढ़े छह किलोमीटर है। यहां दो नमाजों (जोहर व अस्र) की अदायगी होगी। मगरिब से पूर्व ही हज यात्री यहां से मुजदलफा चले जाएंगे।
तीसरा दिन: मुजदलफा से फिर मिना पहुचेंगे। यहां बड़े शैतान को कंकरी मारने की प्रक्रिया पूरी की जाती है। उसके बाद फिर जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। दोपहर के समय फिर मिना से मक्का के लिए हज यात्री रवाना होत हैं।
चौथा दिन: तीनों शैतानों को फिर सात सात बार कंकरी मारी जाती हैं। इस दौरान तवाफ ए जियारत भी होगा।
पांचवा दिन: जो लोग शैतान को पत्थर मारने से रह जाते हैं, जिन लोगों का तवाफ (काबा के चक्कर लगाना) बाकी रह जाता है वो फिर इस प्रक्रिया को पूरी करते हैं और इसके बाद फिर शाम को मिना से मक्का के लिए हाजी रवाना होते हैं।