Wednesday, June 26, 2024
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10 फरवरी की महापंचायत में होगा बड़ा ऐलान, सहरावत खाप का भी मिला साथ

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  • 10वें दिन भी किसानों का लगा रहा मेला, युवा नेता गौरव टिकैत ने संभाली कमान

जनवाणी संवाददाता |

मुजफ्फरनगर: स्थानीय राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में किसानों की समस्याओं को लेकर शुरु हुए आंदोलन के 10वें दिन किसानों ने एक बार फिर केन्द्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी नीतियां बनाने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि इस बार अपनी ताकत दिखाने का वक्त हा गया है।

10 फरवरी की किसान मजदूर महापंचायत में देश के कोने-कोने से किसान यहां अपनी मौजदूगी दर्ज करायेगा। इस महापंचायत की तैयारी के लिए 36 बिरादरियों की एक पंचायत भाकियू की राजधानी सिसौली में बुलाई गई है। भाकियू के चौ. नरेश टिकैत से लेकर प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत एवं विभिन्न जिम्मेदार पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर इस महापंचायत की सफलता के लिए अपील डाली है।

इस किसान आंदोलन से सामाजिक शक्ति को जोड़ने के लिए भाकियू हाईकमान ने पूरा जोर ज्यादा से ज्यादा सामाजिक खापों को एक मंच पर लाने के लिए रणनीति बनाई है। इसी को लेकर अब किसान भवन सिसौली से महापंचायत को ऐतिहासिक बनाने के लिए आज किसानों और मजदूरों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए भाकियू ने 36 बिरादरी की पंचायत बुलाई है।

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इसके साथ ही महापंचायत के आयोजन को लेकर गांव गांव नुक्कड़ सभाओं का दौर भी शुरू कर दिया गया है। वहीं इस महापंचायत में बालियान खाप की भूमिका को वृहद करने और संगठन की टूट के कारण अलग थलग दिखाई देने वाली गठवाला खाप को भी बुलाने के लिए मंथन सिसौली में किया जायेगा। सोमवार को हरियाणा की सहरावत खाप के प्रमुख पदाधिकारियों ने युवा विंग के अध्यक्ष गौरव टिकैत से धरना स्थल पर मुलाकात की। यहां मंच से इन आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की गई।

गौरतलब है कि 28 जनवरी से भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत के आह्नान पर जीआईसी के मैदान पर किसानों ने गन्ना मूल्य घोषित करने, बकाया भुगतान, आवारा पशु की समस्या सहित अन्य प्रमुख मांगों को लेकर बेमियादी आंदोलन शुरू करते हुए तम्बू गाड़ दिये थे।

सोमवार को इस आंदोलन के दस दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच जिला प्रशासन के अफसरों के साथ भाकियू नेताओं की कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन समाधान होने तक ये आंदोलन जारी रखने के ऐलान के कारण कोई बात नहीं बन पाई और सभी वार्ता बेनतीजा ही साबित रही हैं। इसी बीच जीआईसी मैदान पर भाकियू ने 10 फरवरी को किसान मजदूर महापंचायत बुलाने का ऐलान कर दिया है।

इसको सफल बनाने के लिए संगठन के सभी पदाधिकारी जुटे हुए हैं। इसके साथ ही इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए सामाजिक शक्ति जुटाने का काम भी किया जा रहा है। किसानों और मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लाने के लिए जिम्मेदारी दी गयी है।

इसी कड़ी में अभी तक भाकियू के इस आंदोलन को आंदोलन को बत्तीसा खाप, लाठर खाप, दुहन खाप, राठी खाप के जिम्मेदारों ने अपना अपना समर्थन व्यक्त किया है। लोगों की निगाह गठवाला खाप पर टिकी हुई है। क्योंकि गठवाला संगठन में टूट के साथ ही भाकियू के खिलाफ तीखे तेवर में नजर आती रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस आंदोलन में गठवाला खाप भी खुलकर साथ आ जायेगी।

आज सिसौली में जुटेगी 36 बिरादरी

10 फरवरी की महापंचायत को नई धार देने और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा सामाजिक समर्थन हासिल करने के लिए भाकियू ने अब किसान भवन का रूख किया है। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि आज सिसौली के किसान भवन में दोपहर दो बजे पंचायत का आयोजन किया गया है। इसमें बालियान खाप की भूमिका को लेकर भी जिम्मेदारी दी जायेगी।

योगेश शर्मा ने बताया कि इसमें भाकियू मुखिया चौ. नरेश टिकैत बालियान खाप के चौधरी के रूप में भाग लेंगे, इनके साथ ही गौरव टिकैत भी पंचायत में 36 बिरादरी के लोगों को सम्बोधित करेंगे और आंदोलन में जी जान से जुटने का आह्वान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि गठवाला खाप को भी निमंत्रण देने की तैयारी की जा रही है। सभी को इसमें किसान हित में साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है। गांव गांव सभा की जा रही हैं। आज उनके द्वारा गांव बझेडी, जडौदा, नरा और मन्सूरपुर में नुक्कड़ सभाओं मे किसानों को सम्बोधित करते हुए महापंचायत में पहुंचने के लिए आह्वान किया गया है।

भाकियू को मिला शिवसेना का साथ

भाकियू के जीआईसी मैदान पर चल रहे बेमियादी आंदोलन और दस फरवरी की महापंचायत को शिवसेना ने भी अपना समर्थन व्यक्त किया है। सोमवार को शिवसेना जिलाध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा अन्य पदाधिकारियों के साथ जीआईसी मैदान पर पहुंचे और युवा भाकियू के अध्यक्ष गौरव टिकैत से मिलकर उनको किसानों के हितों के लिए चलाये जा रहे आंदोलन के लिए समर्थन पत्र सौंपते हुए कहा कि किसानों के हितों की अनदेखी सरकारो को नहीं करनी चाहिए।

साधू-संत भी पहुंच रहे हैं जीआईसी मैदान

भाकियू के जीआईसी मैदान के आंदोलन को लेकर यूपी के साथ ही दूसरे राज्यों से भी किसान लगातार यहां पहुंचकर समर्थन कर रहे हैं। इसमें उत्तराखंड और राजस्थान से कई साधु संत भी यहां पहुंचकर किसानों की मांगों को आवाज देकर आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।

सोमवार को राजस्थान से पहुंचे ऐसे ही साधु का भाकियू युवा नेता गौरव टिकैत ने स्वागत किया। इस दौरान साधु के लम्बे केश देखकर सभी उत्सुक नजर आये तो किसानों के बीच इस साधू ने अपने केश का प्रदर्शन किया। खुद गौरव टिकैत ने भी इस साधू के केश अपने हाथों में उठाकर उनकी तपस्या की सराहना की।

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