- नीचे बस टर्मिनल होगा तो ऊपर व्यवसायिक गतिविधियां चलेंगी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गढ़ रोड स्थित सोहराब गेट बस अड्डे पर जल्दी ही काम शुरू होने जा रहा है। यहां आठ मंजिला बस पोर्ट बनेगा। इसमें मॉल और होटल भी होंगे। नीचे बस टर्मिनल होगा तो ऊपर व्यवसायिक गतिविधियां चलेंगी। इसे बनाने में 80 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाले बस पोर्ट के लिए टेंडर छोड़ दिया गया है। बस पोर्ट का डिजाइन तैयार हो रहा है। इसके तैयार होते ही स्वीकृति के लिए मेडा को भेजा जाएगरा। नया बस अड्डा जब तक तैयार होगा, तब तक सोहराब गेट डिपो की बसों का संचालन लोहियानगर से किया जाएगा। इसके लिए मेडा जमीन उपलब्ध कराने जा रहा है। बस अड्डे का निर्माण कार्य अगले साल फरवरी-मार्च में शुरू होने का दावा किया गया है।
प्रदेश सरकार 23 प्रमुख बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर आधुनिक बस टर्मिनल के रूप में विकसित कर रही है। प्रदेश सरकार गुजरात की तर्ज पर रोडवेज बस अड्डों पर यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बस अड्डे देने के लिए इन्हें पीपीपी मॉडल पर बनवा रही है। पीपीपी मॉडल में शामिल किए बस अड्डों में सोहराबगेट भी शामिल है। प्रदेश सरकार इस बस अड्डे को एयरपोर्ट की तर्ज पर बसपोर्ट बनाने जा रही है। रोडवेज महाप्रबंधक यजुवेंद्र कुमार ने बताया कि सोहराब गेट बस अड्डे को पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। इसे बनाने के लिए 80 करोड़ का टेंडर छोड़ दिया है।
आर्ट कंस्ट्रक्शन बस अड्डे का निर्माण करेगी। सोहराब गेट बस अड्डा करीब 17 हजार 580 वर्गमीटर जमीन पर संचालित हो रहा है। इसमें 11 हजार 500 वर्गमीटर एरिया में बस अड्डा और 6080 वर्ग मीटर एरिया में वर्कशॉप स्थापित है। इस पूरी जमीन पर आठ मंजिला बस पोर्ट और वर्कशॉप बनाई जाएगी। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक ग्राउंउ फ्लोर पर बसों का संचालन होगा और बाकी मंजिलों पर मॉल, शोरूम, होटल, मल्टीप्लेक्स, आॅफिस आदि बनाए जाएंगे। आधुनिक सुविधाओं से लैस वर्कशॉप भी होगी।