जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: तालिबान से संघर्ष कर रहे अफगानिस्तान के शीर्ष नेता पहले ही कह चुके हैं पाकिस्तान खुले तौर से तालिबान को समर्थन दे रहा है। अब अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक तस्वीर शेयर कर पाकिस्तान पर तंज कसा है।
अफगानी उपराष्ट्रपति ने जो तस्वीर शेयर की है वो पाकिस्तानी सेना के भारतीय सेना के सामने सरेंडर करने की तस्वीर है। इस तस्वीर को साझा करते हुए अमरुल्लाह सालेह ने लिखा है कि ‘हमारे इतिहास में ऐसी कोई तस्वीर नहीं है और न कभी होगी।
हां, कल कुछ पल के लिए उस वक्त मैं हिल गया था, जब हमारे ऊपर से गुजरते हुए रॉकेट कुछ मीटर की दूरी पर गिरा। पाकिस्तान के प्रिय ट्विटर हमलावरों, तालिबान और आतंकवाद आपके उस घाव पर मरहम नहीं लगाएगा, जो घाव और जो ट्रॉमा आपको ये तस्वीर देगा। कोई और तरीका खोजें।’
We don't have such a picture in our history and won't ever have. Yes, yesterday I flinched for a friction of a second as a rocket flew above & landed few meters away. Dear Pak twitter attackers, Talibn & terrorism won't heal the trauma of this picture. Find other ways. pic.twitter.com/lwm6UyVpoh
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) July 21, 2021
बता दें कि अफगानी उप राष्ट्रपति ने जो तस्वीर शेयर की है वो साल 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान की भारत के हाथों हुई बुरी तरह हुई हार की है। इस लड़ाई में भारत ने अपने दुश्मनों को नाको चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। भारत से बुरी तरह पीटाने के बाद पाकिस्तान ने इस लड़ाई में अपनी हार मान ली थी।
यह तस्वीर पाकिस्तान के हार मानने के बाद की है। उस वक्त पाकिस्तान के 80 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारत के पराक्रम और साहस का लोहा मानकर अपनी जान बचाने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया था।
पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने भारतीय आर्मी चीफ के सामने सरेंडर के कागजात पर हस्ताक्षर किए थे। पाकिस्तान की हार से जुड़ी इसी तस्वीर को शेयर कर अफगानी उपराष्ट्रपति ने पाकिस्तान को पानी-पानी कर दिया है।
गौरतलब है कि तालिबान से जंग छिड़ने के बाद से ही अफगानिस्तान, पाकिस्तान पर तालिबान को मदद देने का आरोप लगाता आया है। हाल ही में अफगानी उपराष्ट्रपति ने कहा था कि पाकिस्तान ने खुलेआम एलान किया है कि अगर अफगानिस्तान ने तालिबान का विरोध किया तो उसे परिणाम भुगतने होंगे।
हाल ही में तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति आवास को निशाना बनाने की कोशिश की थी और तीन रॉकेट दागे थे। हालांकि, रॉकेट हमले में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति ने इस रॉकेट हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया है।
अफगानिस्तान ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो किसी भी सूरत में तालिबान के आगे घुटने नहीं टेकेगा। अफगानिस्तान ने अंतिम सांस तक तालिबान से लड़ने की बात कही है।