- उप कृषि निदेशक ने साइबर क्राइम सेल को पत्र भेजकर ठगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कृषि विभाग के माध्यम से संचालित पीएम कुसुम योजनान्तर्गत सोलर पम्प लगाए जाने की प्रक्रिया के दौरान ठग सक्रिय हो गए हैं। ठगी करने वाले किसानों को कॉल करके सोर पम्प स्वीकृत होने की बात कहते हुए अकाउंट में धनराशि जमा कराने के लिए कह रहे हैं। शिकायतें मिलने पर मामले को गंभीरता से लेते हुए उप कृषि निदेशक ने साइबर क्राइम सेल को पत्र भेजकर ठगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं किसानों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए सचेत रहने को कहा गया है। जनपद में सोलर पम्प लगवाने के लिए अभी तक 142 किसानों की ओर से आवेदन किया जा चुका है। बताया गया है संबंधित पोर्टल पर पंजीकरण कराकर टोकन जनरेट करने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनाई गई है,
जिसका नुकसान यह हो रहा है कि कोई भी व्यक्ति पोर्टल पर जाकर यह देख सकता है कि किस किसान ने आवेदन करके टोकन जररेट किया है, और किसान का पंजीकृत मोबाइल नंबर क्या है। इसी का फायदा उठाने के लिए किसानों के साथ ठगी करने वाले बदमाश भी सक्रिय हो चले हैं। उप कृषि निदेशक नीलेश चौरसिया से मिले कई किसानों ने उन्हें अवगत कराया कि सोलर पम्प के लिए आवेदन करने वाले किसानों के पास मोबाइल नंबर 9759050118 आदि नंबरों से कॉल की जा रही है। जिसमें कॉल करने वाला खुद को कृषि विभाग का कर्मचारी, अधिकारी बताकर कृषकों से पैसों की ठगी का प्रयास कर रहा है।
डीएम को आज सौंपी जा सकती है नए सर्किल रेट की सूची
मेरठ: कई दिन की कवायद के बाद आखिरकार सर्किल रेट रिवीजन का मसौदा तैयार कर लिया गया है। गुरुवार को एआईजी स्टांप की ओर से इसकी सूची डीएम को सौंपी जा सकती है। एआईजी ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि जनपद के समस्त छह सब रजिस्ट्रार के माध्यम से सर्किल रेट रिवीजन का काम पूरा करा लिया गया है। इसमें शाम तक महानगर क्षेत्र के चारों सब रजिस्ट्रार से सूची प्राप्त कर ली गई है। जबकि देर शाम तक मवाना और सरधना सब रजिस्ट्रार के स्तर से तैयार की गई नए सर्किल रेट की सूची पहुंचने की उम्मीद जताई गई। उन्होंने बताया कि डीएम से समय लेकर गुरुवार को प्रस्तावित दरों की सूची उन्हें सौंपने का कार्यक्रम बनाया गया है।
उनकी सहमति मिलने के साथ ही नए सर्किल रेट का प्रकाशन कर दिया जाएगा। जिसके उपरांत आपत्ति और दावों की सुनवाई करते हुए अगस्त माह के अंत या सितंबर के आरंभ में नए सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे। गौरतलब है कि 2016 के छह वर्ष बाद 2022 में नए सर्किल रेट लागू किए गए थे, जिनमें 15 से 20 प्रतिशत की औसत वृद्धि की गई थी। दो वर्ष के अंतराल के बाद जिला प्रशासन ने सर्किल रेट रिवीजन का निर्णय लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में कुछ स्थानों पर मौजूदा सर्किल रेट 5-6 हजार से दोगुने तक बढ़ाए जा सकते हैं।