- तीन घंटे की देरी से मिली सूचना, डीएफओ के बजाय दिल्ली दी गई जानकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: परतापुर के गगोल में दिखाई दिया तेंदुआ पूरी रात वन विभाग को मेहनत कराता रहा। बाद में वन विभाग ने सूचना वाली जगह पर पिंजरा लगा दिया है। तेंदुए को पकड़ने के लिये तीन टीमें लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि परतापुर के शताब्दी नगर के जंगल में आज वहां लोगों ने तेंदुआ देखा।
जिसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया और इसकी सूचना वहां के लोगों ने परतापुर पुलिस को दी। पुलिस ने समय ना गवाते हुए वन विभाग को सूचित कर दिया। जिसके बाद वन विभाग की टीम शताब्दी नगर में पहुंची लेकिन तेंदुए का कोई पता नहीं लगा। शाम छह बजे के करीब गगोल में ग्रामीणों ने तेंदुए को देखने का दावा किया था। ग्रामीणों ने इसकी वीडियो भी बनाई और बजाय डीएफओ को सूचना देने के दिल्ली में किसी अधिकारी को दी।
वहीं, कुछ लोगों ने कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह को भी दी। परतापुर पुलिस को भी सूचना दी गई। इस पूरी प्रक्रिया में तीन घंटे निकल गए। जब तक वन विभाग की तीन टीमें पहुंचती तब तक तेंदुए का पता ही नहीं चला। तेंदुए के कारण ग्रामीण दहशत में आ गए और खेतों पर नहीं गये। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि अभी यह तय नहीं हो पाया है ग्रामीणों को दिखा जानवर तेंदुआ है।
ग्रामीणों ने दूर से वीडियो बनाया इस कारण उसका रंग भी साफ नहीं दिख रहा है। इसके बाद भी पिंजरा लगा दिया गया है। वन विभाग की तीन टीमें पूरी रात कांबिग करती रही, लेकिन तेंदुए का पता नहीं चला। गौरतलब है कि फरवरी माह में पल्लवपुरम में एक घर में तेंदुआ घुस गया था। जिसे काफी मशक्कत के बाद पकड़कर शिवालिक की पहाड़ियों में छोड़ा गया था।