जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: नफरती भाषण देने में तीन साल की सजा पाने के बाद सपा नेता आजम खां पहली बार मुरादाबाद कोर्ट पहुंचे। मीडिया कमियों के कैमरों को देखकर हमेशा अपने ही अंदाज में बयान देने में माहिर आजम खां के तेवर मंगलवार को बदले-बदले नजर आए। उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। कार में बैठते वक्त बस इतना जरूर बोले कि मैं पहले मीडियाज्वाइन करूंगा, इसके बाद ही कुछ बोलूंगा।
छजलैट थाने में 29 जनवरी 2008 को आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम समेत अन्य सपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। जिसमें आरोप है कि आजम खां ने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाकर सड़क जाम कराई थी। इस मामले की सुनवाई मुरादाबाद स्थित एमपी-एमएल स्पेशल कोर्ट में चल रही है। मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई थी।
दोपहर 1:06 बजे आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला के साथ कार से कोर्ट परिसर तक पहुंचे। उन्होंने परिसर में सपा कार्यकर्ता और मीडिया कर्मियों की भीड़ देखी। इसके बाद उन्होंने मास्क लगा लिया और नीचे उतरे। पिछले तारीखों की तुलना में उन्होंने इस बार पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से भी ज्यादा बात नहीं की। अपने अधिवक्ता और बेटे के साथ वह कोर्ट में पेश हुए। करीब तीस मिनट वह कोर्ट में मौजूद रहे। कुछ देर बाद वह कोर्ट से बाहर निकले।
इस दौरान रामपुर कोर्ट से मिली तीन साल की सजा के बारे में पूछा गया। तब बेटे अब्दुल्ला ने जवाब दिया कि इस बारे में कुछ नहीं बोलेंगे। इसके बाद आजम ने कहा कि वह बीमार हैं। इसके आगे बोले कि अब जब ही बोलूंगा, जब मीडिया ज्वाइन कर लूंगा। कार में बैठकर वह रामपुर के लिए रवाना हो गए।
आजम खां ने कोर्ट से कहा, रंजिश में फंसाया गया
आजम खां के अधिवक्ता शाहनवाज सिब्तेन ने बताया कि आजम खां और उनके बेटे छजलैट प्रकरण में बयान दर्ज कराए आए थे। आजम खां ने अपने बयानों में घटना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीतिक रंजिश के तहत फंसाया गया है। कोर्ट ने उनसे कहा कि क्या वह अपने डिफेंस में कुछ कहना या साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहते हैं। तब आजम ने कहा कि वह अपने बचाव में डिफेंस एविडेंस देना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें समय चाहिए। वह तीन नवंबर को डिटेल लिस्ट देंगे।
कचहरी में रखी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
आजम के कोर्ट में आने की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। इस दौरान कचहरी में प्रवेश करने वाले सभी गेटों पर अतिरिक्त फोर्स लगाई गई थी। सिविल लाइंस और कोतवाली थाने की पुलिस भी तैनात रही।