जनवाणी ब्यूरो |
नमस्कार दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। महाशिवरात्रि 2023 कल यानी तिथि 18 फरवरी को है। इस दिन, भगवान शिव के भक्त पूर्ण उपवास रखते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कैसे करें शिव की अराधना…
दोस्तो भोलनाथ तो वैसे ही बहुत भोले है, हमारी जरा सी पूजा-अर्चना से प्रसन्न हो जाते है। लेकिन कल का दिन काफी महत्वपूर्ण है, क्योकि कल शिवारात्री है। यदि आप को मनवाछिंत फल पाना है तो, आइए जानते हैं कि पूजा-अर्चना के बारे में…
बेलपत्र है चमतकारी..
बेल का पत्ता यानि बिल्व पत्र भोलेनाथ को बहुत ही प्रिय हैं, यदि आप शिवरात्री के दिन बेल पत्र भोले जी पर चढ़ाते है, तो शिवजी अत्यंत प्रसन्न होते हैं और मन-मांगा फल प्रदान करते हैं।
महा शिवपुराण में बताया गया है कि, भोलेनाथ पर बेल पत्र अर्पित करने से पहले एक विशेष मंत्र का उच्चारण कर के, बिल्व वृक्ष को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करना चाहिए, उसके बाद ही बिल्व पत्र तोड़ने चाहिए। ऐसा करने से शिवजी बिल्व को सहर्ष स्वीकार करते हैं।
इस विशेष मंत्र का उच्चारण करें
अमृतोद्धव श्रीवृक्ष महादेवप्रिय: सदा।
गृहामि तव पत्रणि शिवपूजार्थमादरात्।।
महा शिवरात्रि पूजा अनुष्ठान कैसे करें..
- स्वच्छता: स्नान करके स्वयं को शुद्ध करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा कक्ष या निर्दिष्ट क्षेत्र को साफ करें जहां आप पूजा करेंगे।
- पूजा स्थान: एक आसन या मंच पर शिव लिंग या शिव यंत्र के साथ भगवान शिव की तस्वीर या मूर्ति रखकर पूजा की स्थापना करें। क्षेत्र कोफूलों, पत्तियों और फलों से सजाएं।
- प्रसाद: भगवान शिव को फल, दूध, शहद और अन्य पसंदीदा खाद्य पदार्थ चढ़ाएं। साथ ही आप बेल के पत्ते भी चढ़ाएं, जो इस अवसर के लिए शुभ माने जाते हैं।
- अभिषेक: जल-अभिषेक करें, जिसमें मंत्रों का जाप करते हुए शिव लिंग पर दूध, शहद या जल डालना शामिल है।
- आरती: आरती करके पूजा का समापन करें, जिसमें देवता के सामने एक दीपक जलाना और उसे लहराना शामिल है।