- डीएम के नाम ज्ञापन देकर पालिका प्रशासन पर लगाये आरोप
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: कूड़ा निस्तारण के वसूल किए जाने वाले शुल्क पर एतराज जताते हुए संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने पालिका प्रशासन की कारगुजारी पर सवालियां निशान लगाये हैं। व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम के नाम ज्ञापन देकर दिए गए ठेके को समाप्त करने की मांग की है।
बृहस्पतिवार को संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के मुख्य संयोजक व महामंत्री राजेन्द्र काटी के साथ ज्ञापन देने पहुंचे प्रमोद मित्तल, कृष्ण गोपाल मित्तल, संजय मित्तल, अशोक बाठला, राहुल वर्मा, अमित गर्ग, विश्वदीप ने कहा कि नगर पालिका चेयरपर्सन ने कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्राईवेट ठेकेदार को ठेका दिया है, जो व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से 100 रूपये व घरों से 50 रूपये शुल्क निर्धारित कर रहा है।
व्यापारियों का कहना था नगर पालिका को अन्य संसाधनों से राजस्व मिलता है। जल निकासी सफाई व सौंदर्यीकरण कराना पालिका की जिम्मेदारी है। व्यापारियों का कहना था कि कोरोना काल में पहले ही व्यापारी आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में पालिका प्रशासन अपनी हठर्धिता कर आम जन का शोषण कर रही है। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यह ठेका निरस्त नहीं किया गया और शुल्क वापसी नहीं लिया गया तो व्यापारी आमजन के हितों के लिए आन्दोलन चलाने से भी नहीं हटेंगे।