- ममता सरकार की बुद्धि- शुद्धि के लिए यज्ञ आयोजित
- मोमबत्तियां जलाकर दिवंगत ट्रेनी डाक्टर को श्रद्धांजलि
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोलकता में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा प्रदेशभर में आहूत 24 घंटे की ओपीडी के बहिष्कार के आह्वान पर यहां आईएमए, आईडीए, रेसीडेंट डॉक्टर ओपीडी का बहिष्कार कर हड़ताल पर रहे। सभी प्राइवेट चिकित्सकों की क्लीनिक पर ताले लटके रहे। डॉक्टरों ने न्याय मार्च निकालकर कमिश्नरी चौराहे पर धरना व प्रदर्शन कर विरोध जताया। उन्होंने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट के मध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा, जिसमें डॉक्टर के हत्यारों को फांसी की सजा देने, डाक्टरों व स्टाफ को सुरक्षा देने और ममता सरकार की बर्खास्तगी की मांग की। दोपहर को आईएमए हॉल में गोष्ठी में स्वयं रक्षा व संगठित होने का प्रण लिया गया। शाम को इंडियन फिजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन ने मोमबत्तियां जलाकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। उधर क्लीनिक बंद होने से मरीज इधर उधर भटकते रहे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, इंडियन एसोसिएशन आफ फीजियोथेरेपिस्टस मेरठ, एलएलआरएम मेडिकल कालेज के रेसीडेंट डाक्टर एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों ने शनिवार को 24 घंटे के लिए ओपीडी का बहिष्कार किया। पूरे दिन क्लीनिकों पर ताले लटके रहे। कुछ अल्ट्रासाउंड सेंटर, पैथोलॉजी लैब भी बंद रहीं। आईएमए हॉल से सुबह हजारों चिकित्सकों ने न्याय मार्च निकाला। जो ईस्टर्न कचहरी रोड होते हुए कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचा। यहां चिकित्सकों ने जमीन पर बैठकर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने निर्भया हम शर्मिंदा हैं, तेरी खातिर जिंदा हैं। नो सेफ्टी नो ड्यूटी, ममता तुम सीएम नहीं कातिल हो, ममता तुम शर्म करो, दोषियों को फांसी दो, ममता सरकार को बर्खास्त करो, चिकित्सकों को सुरक्षा दो नारे लगाए।
चिकित्सकों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। जुलूस में आईएमए के अध्यक्ष संदीप जैन, सचिव तरुण गोयल, डा. नवनीत गर्ग, डा. चिकारा, डा. विरोत्तम तोमर, डा. तनुराज सिरोही, डा. राजीव प्रकाश, डा. संदीप गर्ग, डा. ओपी गुप्ता, डा. सुमित उपाध्याय, डा. विश्वजीत बैम्बी, डा. अभिनव डेविड, डा. मनीषा त्यागी, डा. सुषमा, डा. माणिक जैन, डा. सारिका अग्रवाल, डा. अर्चना गोयल, डा. सुरभि रस्तोगी आदि शामिल रहे। दोपहर को आइएमए हाल में आयोजित गोष्ठी में चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई।
निर्णय लिया गया कि किसी भी चिकित्सक के साथ कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत सभी चिकित्सक मौके पर पहुंचकर विरोध जताएंगे। आईएमए हॉल में चिकित्सकों ने पश्चिम बंगाल सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ भी किया। शाम को इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपिस्टस मेरठ ने सचिव डा. अतुल चौहान के नेतृत्व में आईएमए हाल में मोमबत्तियां जलाकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। कार्यक्रम में डा. आवि पांडे, डा. अंकुर त्यागी, डा. गौरव त्यागी, डा. राकेश, डा. आरिफ, डा. विकास आदि शामिल हुए।
जिन हाथों में आला रहता, उनमें स्लोगन लिखी तख्तियां
शांत स्वभाव के लिए मशहूर चिकित्सक आज गुस्से में लाल नजर आए। उनके जिन हाथों में आला रहता, उनमें आज दर्द भरे स्लोगन लिखी तख्तियां थीं। हर वक्त एसी की हवा में रहने वाले चिकित्सक घंटों भीषण गर्मी में दो किलोमीटर लंबा पैदल जुलूस तपती जमीन पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटे। इसकी वजह थी कोलकता में ट्रेनी डाक्टर की हत्या को लेकर आक्रोश। कोलकता में ट्रेनी डाक्टर को लेकर देशभर में चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ आंदोलन की राह पर हैं। यहां भी प्राइवेट चिकित्सक इस घटना को लेकर बेहद गुस्से में हैं और अपने गुस्से का विभिन्न तरीके से इजहार कर रहे हैं। शनिवार को आईएमए द्वारा प्रदेशभर में 24 घंटे ओपीडी के बहिष्कार के आह्वान में यहां के चिकित्सकों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
चिकित्सकों के हाथों में आज आला की जगह दर्द भरे स्लोगन लिखी तख्तियां थी और लब पर नारे थे। भीषण गर्मी में चिकित्सकों ने दो किलोमीटर लंबा न्याय मार्च निकाला। वे पैदल आईएमए हाल से कमिश्नरी चौराहा पहुंचे। यहां उन्होंने तपती जमीन पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में महिला चिकित्सकों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने रास्ता जाम करके अपने गुस्से का अहसास कराया। सभी चिकित्सक घंटों तपती धूप में पसीनों में तर नजर आये, लेकिन एक भी चिकित्सक के कदम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने से पहले वापस नहीं हुए।
डॉक्टर रेपकांड को लेकर सड़क पर उतरी महिला बचाओ संघर्ष समिति
पश्चिम बंगाल में रेजिडेंट जूनियर महिला डॉक्टर का रेप के बाद की गई हत्या पर महिला बचाओं संघर्ष समिति ने भी सड़क पर उतकर गुस्सा जाहिर किया। ममता सरकार मुदार्बाद के नारे लगाते हुए दोषियों को सरेआम फांसी दिए जाने की मांग की। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी राज्यों में न्यायिक आयोग का गठन किया जाए। डीएम कार्यालय पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। मेरठ महानगर अध्यक्ष शाह फैसल सैफी के नेतृत्व में महिला बचाओं संघर्ष समिति के पदाधिकारी और कार्यकतार्ओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। पैदल मार्च करते हुए कमिश्नरी चौक पर पहुंचकर ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद डीएम कार्यालय पहुंचकर डीएम को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि महिला डॉक्टर की रेप के बाद की गई हत्या की घटना शर्मनाक और ह्रदय विदारक है। पश्चिम बंगाल सरकार के लोगों के संरक्षण में कुछ दुष्कर्म के अपराधी संरक्षण लेकर ऐसे घिनौने घटनाओं को अंजाम दे रहे है। इस घटना की जांच उच्चतम न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए और दोषियों को सरेआम फांसी दी जाए। मृतक के परिवार को पांच करोड़ रुपये का मुआवजा और उनके परिवार की शिक्षित महिला या पुरुष को बिना विलंब किए सरकारी नौकरी दी जाए। इस मौके पर आर्यन राणा, आकाश राजपूत, अनीता प्रजापति, जिसान गाजी, इरफान सलमानी, मुकुल ठाकुर, यश चौधरी, विक्रांत गोयल, आशीष पंवार मौजूद रहे।