- 30 मिनट में 154 सवाल कराये थे हैकरों ने
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर प्रदेश दारोगा एवं उनके समकक्ष पदों पर भर्ती को हैकरों ने अपने काबू में कर लिया था और शनिवार को पुलिस ने दो और अभ्यर्थियों को उस वक्त पकड़ लिया था जब वे अपने प्रमाणपत्र सत्यापित कराने आये थे। इनसे बातचीत के बाद खुलासा हुआ कि हैकरों ने 160 प्रश्नों को दो घंटे के बजाय तीस मिनट में करा दिया था।
पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एएसपी हफीजुर रहमान की तरफ से सिविल लाइंस थाने में विकास जादौन निवासी हाथरस, सुरेश कुमार निवासी हाथरस, दीपक कुमार निवासी हाथरस और योगेश कुमार निवासी हाथरस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने शनिवार को भारतेंदु लवानिया प्रबंधक परीक्षा केन्द्र एसडब्ल्यू इन्फोटेक आगरा और महेश चंद्रा प्रबंधक परीक्षा केंद्र कृष्णा इन्फोटेक आगरा को भी मुकदमे में आरोपी बनाया है।
एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि परीक्षा केंद्र के प्रबंधकों ने ग्वालियर और देहरादून की हिंदुस्तान इंफोटेक कंपनी के साथ मिलकर पेपर को हैक कराया था। इसके तहत अभ्यर्थियों का पेपर हल किया गया। एसपी सिटी ने बताया कि दारोगा भर्ती आनलाइन परीक्षा के दौरान भर्ती बोर्ड की तरफ से सर्विलांस का प्रयोग कराया गया था। आनलाइन प्रश्न पत्रों की जांच में पता चला है कि जिन अभ्यर्थियों को पकड़ा गया, उनकी आनलाइन परीक्षा में आधे घंटे में सभी प्रश्नपत्र हल किए गए हैं।
जांच में आया कि पहले तीन मिनट में दो सवाल, दूसरे तीस मिनट में भी दो सवाल और तीसरे तीन मिनट में भी दो सवालों का जवाब दिया गया। यानि डेढ़ घंटे में छह सवाल किए गए हैं। उसके बाद अंतिम तीस मिनट में पूरा पेपर हल कर दिया था। यानि पेपर के 154 सवालों को हल किया गया। पड़ताल में सामने आया कि पहले डेढ़ घंटे में अभ्यर्थी छह सवालों के जवाब दे पाया है।
वह अंत में 154 सवालों के जवाब कैसे दे पाएंगा। इससे पहले भर्ती बोर्ड की तरफ से छह लोगों को गिरफ्तार कराया जा चुका है। सवाल यह उठ रहा है कि दारोगा भर्ती परीक्षा सुरक्षा के कड़े दावों के बाद जिस तरह से हैकरों ने पूरे सिस्टम को काबू में किया उसने परीक्षा की शुचिता पर प्रश्न खड़े कर दिये हैं। पूरे प्रदेश में छह पुलिसलाइनों में सत्यापन का काम चल रहा है जिस रफ्तार से मुन्ना भाई निकल रहे हैं ये संख्या और बढ़ सकती है।