जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत आगामी 17 सितंबर को विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर लखनऊ में वृहद टूलकिट एवं ऋण वितरण मेले का आयोजन किया जायेगा। मौके पर लगभग दो हजार पारंपरिक कारीगरों को टूलकिट एवं ऋण स्वीकृत पत्र प्रदान किया जायेगा।
इस संबंध में अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नवनीत सहगल ने बुधवार को निर्यात प्रोत्साहन भवन में करते हुए अधिकारियों को सभी तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत विगत पांच वर्षों में 143412 पारंपरिक कारीगरों को प्रशिक्षण एवं उन्नत किस्म के टूलकिट देकर लाभान्वित किया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों को व्यवसाय के विस्तार हेतु प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से जोड़कर उनकी पूंजीगत जरूरतों को पूरा कराया गया है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कामगारों के विकास हेतु विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत पारंपरिक कारीगर जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, राजमिस्त्री, मोची एवं हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों का सुदृढ़ीकरण करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जा रहा है। परंपरागत कारीगरों को कौशल वृद्धि के साथ उन्नत किस्म के टूलकिट उपलब्ध कराते हुए उनके वित्त पोषण की भी व्यवस्था की गई है।