जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले गैंग के तीन लोगों को एसटीएफ ने गाजियाबाद से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। तीनों पेपर लाने वाली ट्रांसपोर्ट कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं, जिन्होंने मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के साथ मिलकर वेयरहाउस से पेपर की फोटो खींची थी और इसे लाखों रुपए लेकर बेचा था।
उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान पेपर लीक करने वालों को लेकर यूपीएसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है। एसटीएफ की ओर से जानकारी दी गई है कि कांस्टेबल भर्ती का पेपर ट्रांसपोर्ट करने वाले कर्मचारियों ने लीक किया था। यूपी एसटीएफ ने पेपर लीक को लेकर बड़े पैमाने पर कार्यवाही की है किस तरह से पेपर लीक किया गया इसको लेकर एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अहमदाबाद के एक प्रिंटिंग प्रेस में पेपर छापने के बाद इसे ट्रांसपोर्ट किया गया था।
इस दौरान ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों ने पेपर लीक किया। एसटीएफ ने कार्यवाही करते हुए ट्रांसपोर्ट के दौरान सेल बॉक्स को तोड़कर पेपर निकालने वाले मास्टरमाइंड आरोपी राजीव नयन मिश्रा सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। यूपी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले को लेकर एसटीएफ लगातार कार्यवाही कर रही है पिछले लंबे समय से एसटीएफ को पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपी की तलाश थी जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले भी एसटीएफ ने दर्जनों आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए जेल भेजा है। मंझनपुर में एसटीएफ ने कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पेपर लीक के मामले में प्रतापगढ़ के अरुण कुमार सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। इससे पहले 15 फरवरी को यूपीएससी अपने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी कानून व्यवस्था एवं एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रयागराज के अभिषेक कुमार शुक्ला, मिर्जापुर के शिवम गिरि और भदोही के रोहित कुमार पाण्डेय अहमदाबाद की टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं।
उन्होंने वेयरहाउस में रखे पेपर के बक्से का कब्जा खोलकर आईफोन से फोटो ली थी। राजीव नयन ने बक्सा खोलने में माहिर पटना निवासी डॉ. शुभम मंडल को बुलाया था जिसे एसटीएफ हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं राजीव नयन मिश्रा ने अपने साथी रवि अत्री के साथ पेपर को विक्रम पहल, मोनू ढाकला, विक्रम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक), नीटू, धीरज उर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) आदि को दिया था।
राजीव नयन पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर चुका है। उसा नाम हाल ही में आयोजित आरओ/ एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने में भी आया है। डीजीपी ने बताया कि सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 396 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से 54 को एसटीएफ ने पकड़ा है।