- दिनभर जाम से हलकान रहे गाड़ी चालक, दिल्ली रोड पर भारी जाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली रोड पर मंगलवार को भारी जाम लग गया। हजारों गाड़ियां जाम में फंसी रहीं। लोगों को निकलने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। दरअसल, मेरठ-हापुड़ रेलवे लाइन पर मरम्मत कार्य मंगलवार को शुरू हो गया। इसके चलते खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। मार्ग के बंद होते ही वाहनों का दबाव बिजली बंबा बाइपास पर बढ़ गया और जाम जैसे हालात बन गए। व्यवस्था को बनाये रखने में ट्रैफिक पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अफसरों का कहना है कि 9 अक्टूबर तक यह मरम्मत कार्य चलेगा।
पिछले दिनों मेरठ-हापुड़ रेल लाइन पर हुए मरम्मत कार्य के चलते बिजली बंबा बाइपास पर वाहनों का आवागमन कई दिन बंद कर दिया गया। तब ट्रैफिक पुलिस ने इस रूट पर चलने वाले वाहनों को खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग से गंतव्य की ओर भेजा। काम जल्दी पूरा हुआ और वाहनों का आवागमन सामान्य हो गया। मंगलवार से खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग स्थित रेलवे ट्रैक पर मरम्मत कार्य शुरू हुआ। इसको देखते हुए ट्रैफिक पुलिस की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं।
दिल्ली रोड पर मोहिउद्दीनपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को डायवर्ट कर बिजली बंबा से निकाला गया तो वहीं गढ़मुक्तेश्वर व हापुड़ की तरफ से खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर से दिल्ली रोड आने वाले वाहनों को भी बिजली बंबा बाइपास से गंतव्य की ओर भेजा गया। एकदम वाहनों का दबाव बढ़ने से बिजली बंबा बाइपास पर जाम जैसे हालात बन गए। ट्रैफिक पुलिस को व्यवस्था तैयार करने में मशक्कत करनी पड़ी। प्रभारी निरीक्षक ट्रैफिक विनय कुमार शाही ने बताया कि 19 अक्टूबर तक यह काम चलेगा।
पांच स्थानों पर लगाई गई ड्यूटी
खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग पर वाहनों का आवागमन रुकने के बाद बिजली बंबा बाइपास पर अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है। एक प्वाइंट पर एक हेडकांस्टेबल, दो कांस्टेबल और दो होमगार्ड खड़े किए गए हैं। ऐसे चार प्वाइंट बनाए गए हैं। रात के समय एक टीएसआई भी इन प्वाइंट पर तैनात रहेगा। इनका काम वाहनों को खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर मार्ग पर जाने से रोकना और बिजली बंबा से निकालना है। इस संबंध में एसपी टैÑफिक राघवेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि रेलवे ट्रैक के मरम्मत का काम शुरू हो गया है। पहले दिन बिजली बंबा बाइपास पर वाहनों का दबाव रहा लेकिन जाम नहीं लगने दिया गया। कोशिश यही है कि वाहन चालकों को दिक्कत न झेलनी पड़े।