जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने तेजी से करवट ली है। उत्तर, मध्य और पश्चिम भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गर्मी और लू के चलते स्कूलों के समय में बदलाव और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है।
दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश
वहीं दूसरी ओर, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। असम, मेघालय, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में तेज बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआती गतिविधियों के संकेत दिए हैं, जिससे इन क्षेत्रों में और बारिश की संभावना जताई गई है।
देश में एक तरफ जहां सूखे और लू का कहर देखने को मिल रहा है, वहीं दूसरी तरफ बारिश और आंधी तूफान की स्थिति ने मौसम की विविधता को और अधिक जटिल बना दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इस तरह के असमान मौसम की घटनाएं अब सामान्य होती जा रही हैं।
यूपी भारत में चढ़ा पारा बरपा लू का कहर
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत में आने वाले 3-5 दिनों के भीतर अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, ओडिशा और झारखंड में भी तापमान 2-4 डिग्री तक बढ़ सकता है। 11 से 15 मई के बीच बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।
पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ों में बदला मौसम
दो सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों के चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 11-12 मई को 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। साथ ही बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आंधी और हल्की बारिश संभावित है।
यहां पढ़ सकती हैं भारी बारिश
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा में 11 से 15 मई तक तेज बारिश की संभावना है। असम और मेघालय में 115 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
दक्षिण भारत में राहत की बारिश
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में 10 से 13 मई तक हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। यह विशेष रूप से उन किसानों के लिए राहत की खबर है, जिन पर गर्मी और सूखे का असर था।
हिमाचल में कैसा रहेगा मौसम
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश से ठंड बढ़ गई है। शिमला, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम के अनुसार, इस साल मानसून 20 जून तक हिमाचल पहुंच सकता है, जो सामान्य समय (22 जून) से पहले है। यदि ऐसा होता है, तो यह बीते वर्षों के रुझानों को तोड़ेगा।
हिमाचल में 31 प्रतिशत अधिक बारिश
1 से 10 मई के बीच राज्य में औसत से 31 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और सोलन में यह वृद्धि 250 प्रतिशत से अधिक रही है। हालांकि, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कुल्लू जैसे जिलों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है।
मिजोरम में भूस्खलन,यातायात बंद
तेज बारिश के कारण मिजोरम में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन हुआ है, जिससे सेलिंग और केइफांग के बीच मार्ग प्रभावित हुआ है। चम्फाई से भारत-म्यांमार सीमा की ओर जाने वाला रास्ता भी अवरुद्ध है। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। प्रशासन मलबा हटाकर यातायात बहाल करने में जुटा है।