Sunday, June 4, 2023
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HomeUttar Pradesh NewsMeerutमई में सबसे गर्म रहा बुधवार पारा पहुंचा 40 के पार

मई में सबसे गर्म रहा बुधवार पारा पहुंचा 40 के पार

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  • लू ने दिन भर झुलसाया, बढ़ते प्रदूषण से परेशान है शहर के लोग
  • अभी और बढ़ेगी गर्मी, हाल होगा बेहाल

जनवाणी संवाददाता |

मोदीपुरम: मई में बुधवार का का दिन सबसे गर्म रहा है। गर्मी का असर सुबह से शुरू हो गया ओर रात तक बना रहा। आसमान से आग बरस रही थी और लू परेशान कर रही थी। आने वाले 48 घंटे तक गर्मी का असर कम नहीं होगा। वहीं, प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

वेस्ट यूपी में गर्मी का असर तेज हो गया है। तापमान और लू के थपेड़ों ने शहरवासियों को झुलसा दिया है। मौसम में गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है। मई में बुधवार का दिन सबसे गर्म रहा है। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मई माह में 40 डिग्री से नीचे चल रहा तापमान, बुधवार को छलांग लगाते हुए 41 डिग्री के पास पहुंच गया है।

बढ़ती गर्मी के बीच शहरवासी हलकान रहे और जनजीवन भी प्रभावित रहा। मेरठ में एयर क्वालिटी 337 रिकॉर्ड किया गया। अभी आगे भी एक्यूआई में बढ़ोतरी होगी। जयभीमनगर में 335, गंगानगर में 353, पल्लवपुरम में 344 दर्ज किया गया। लगातार प्रदूषण के स्तर बढ़ने से लोग परेशान है। इस समय गर्मी और प्रदूषण के कारण शहरवासियों को राहत नहीं मिल रही है।

बारिश से मिलेगी राहत

कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि बारिश होने से गर्मी से राहत मिलेगी। वहीं, हवाओं में बढ़ रहा प्रदूषण का असर भी कम हो जाएगा।

इस समय तापमान भी बढ़ रहा है और प्रदूषण भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। जो शहरवासियों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। बढ़ता प्रदूषण सबसे ज्यादा सांस के रोगियों के लिए दिक्कत करता है।

दिन में गर्मी ने झुलसाया

बुधवार का दिन मई सीजन में सबसे गर्म रहा है। जिससे आगे भी मौसम गर्म रहेगा। इस बार शुरुआत से ही गर्मी अच्छी है। दिन भर गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच मौसम गर्म बना रहा। शाम को सूृरज ढलने के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिली है। बारिश होने के बाद ही गर्मी से राहत मिलेगी।

फसलों के लिए सही नहीं है तापमान का बढ़ना

इस समय तेजी से तापमान बढ़ने फसलों के लिए सही नहीं है। बढ़ते तापमान में जमीन की नमी कम हो जाती है और खेती को जल्दी पानी की जरूरत होती है। जिस तरह से तापमान बढ़ रहा है, ऐसे में चारा होना भी मुश्किल हो जाएगा। साथ ही गन्ना में भी रोग ज्यादा आ सकता है। तापमान का तेजी से बढ़ना और तेजी से गिरना सही नहीं माना जाता है।

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