- नगर पंचायत प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया, हादसों से बुझ चुके हैं कई घरों के चराग
जनवाणी संवाददाता |
लावड़: आइए! आपका गड्ढायुक्त लावड़ नगर पंचायत में स्वागत है। लावड़-मसूरी रोड पर आने वाले राहगीरों को सोचना पड़ रहा कि कहीं सड़क में हो रहे गहरे गड्ढे एवं जलभराव से उनकी जान बच सकती है या फिर उनके घर का चराग कहीं बुझ ना जाए। बारिश रहे या न भी हो यहां से निकलने वाले राहगीरों को दुश्वारियों का सामना करना एक पहेली बन गया है।
आरोप है कि स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर नगर पंचायत लावड़ ईओ एवं क्षेत्रीय विधायक को भी शिकायत पत्र देकर अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके इसका समाधान कराने में किसी ने कोई जहमत नहीं उठाई है। लगता है कि स्थानीय प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। लावड़-मसूरी रोड पर करीब 500 मीटर की दूरी पर अलग-अलग दो जगहों पर सड़क पर गहरे गड्ढे एवं जलभराव होने से लोगों को निकालना जोखिम भरा हो गया है।
वहीं, दूसरी ओर सरकारी जमीन पर सज रही मंडी समिति की हठधर्मिता से आढ़त से स्थिति और अधिक भयावह हो जाती है। सुबह-शाम सब्जी मंडी में सड़क किनारे आढ़त लगने से आने जाने वाले राहगीरों के साथ वाहन स्वामियों को जाम के झाम से अकसर जूझना पड़ता है। सड़क में गड्ढे एवं जलभराव से जहां पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है तो वहीं लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है।
शिकायत पत्र सौंपने पर भी नगर पंचायत अधिकारियों एवं तहसील स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों की नींद टूटती नजर नहीं आ रही है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने प्रशासनिक अधिकारियों से किसी भी शहर एवं नगर की सड़कों में गड्ढे नहीं होने का आदेश दिया हुआ है, लेकिन नगर पंचायत लावड़ ईओ से लेकर क्षेत्रीय विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है।
जबकि इनको भी इसी मुख्य मार्ग से होकर गुजरना पड़ता हैं, लेकिन मानवता नाम की कोई बात नहीं दिखाई देती है। इनको गाड़ी में बैठ कर सड़क मार्ग में हो रहे गड्ढे एवं जलभराव से अनजान बने हुए हैं। स्थिति को सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। स्थानीय लोगों को आये दिन इन गड्ढा युक्त सड़क एवं जलभराव से गुजरना आम तौर पर अपनी जान जोखिम भरा हो गया है। प्रतिदिन हादसे की वजह से किसी न किसी को चोटिल होना पड़ रहा है तो कई परिवारों का इकलौता चराग बुझ गये हैं।
सरकारी जमीन पर सजती है सब्जी मंडी
लावड़-मसूरी रोड पर सुबह-शाम सजने वाली सब्जी मंडी में आढ़त पर किसानों ने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है। मंडी समिति प्रति महीने इन सरकारी जमीन पर लगने वाली सब्जी की आढ़त की एवज में आढ़तियों से लाखों रुपये शुल्क वसूली कर रही है, लेकिन आजतक इनके लिए कोई स्थाई जगह मुहैया नहीं कराई गई है। नगर पंचायत प्रशासन ने इन दुकानों को हटवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जिससे आमजन को सुबह-शाम लगने वाले भीषण जाम से जूझना पड़ता है। काफी बार जाम में फंसी एंबुलेंस में सवार आपातकालीन मरीजों को भर्ती होने से पहले एंबुलेंस में दम तोड़ना पड़ जाता है।
आढ़तियों ने पाट दिया मुख्य मार्ग
लावड़-मसूरी रोड स्थित सब्जी मंडी में दुकान खोल कर बैठे दुकान संचालकों एवं आढ़तियों ने सड़क किनारे फुटपाथ पर छप्पर एवं र्इंट-मिट्टी से पाटकर कब्जा जमा लिया है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क गड्ढा युक्त एवं जलभराव होने से लोगों को पैदल निकलना भी दुश्वारियों जैसा हो गया है। तीन साल में 20 बार मरम्मत हो चुकी है, लेकिन हालात जस के तस है, मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है, लेकिन सवाल ये है कि सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने कितना घटिया सामग्री लगा कर सड़क का निर्माण कराया था।