Tuesday, June 10, 2025
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Meerut News: ये कैसा हाईटेक बिजली विभाग, 24 घंटे बाद भी सुचारू नहीं कर सका बिजली आपूर्ति, मचा हाहाकार जनवाणी संवाददाता मेरठ: यह कैसा हाईटेक मेरठ का बिजली विभाग है। आंधी से गिरे बिजली के खंभे व क्षतिग्रस्त हुए तारों को 24 घंटे बीतने के बाद भी ठीक नहीं कर सका। मेरठ के लाखों लोग बिजली व पानी के लिए तरस गए है। बिजली न आने से पानी की भी किल्लत हो गई है। पूरी रात लोग बिजली को तरसते रहे। कई स्थानों पर बिजली विभाग के अधिकारी बिजली के तारों को ठीक नहीं करा सकें। वहीं, बिजली अधिकारियों का कहना है कि पोल टूटे हुए है तारों पर पेड़ गिरे हुए है। बिजली विभाग का काफी नुकसान हुआ है। तारों को ठीक कराया जा रहा है। बीते बुधवार देर शाम तेज आंधी आने से बिजली के पोल व तारों पर पेड़ गिर गए। जिससे बिजली के पोल टूट कर जमीन पर गिर पड़े। पूरे क्षेत्र की बिजली गायब हो गई। शास्त्री नगर, मंगलपांडे नगर, जागृति विहार, तक्षशिला कॉलोनी, जयदेवी नगर, नेहरू नगर, फूलबाग कॉलोनी, दिल्ली रोड मेट्रो प्लाजा, माधवपुरम, सांई पुरम, सरस्वती लोक, टीपी नगर नई बस्ती आदि क्षेत्रों में 24 घंटे से बिजली गायब है। वहां पर लोग पीने के पानी के लिए भी तरस गए है। सड़क पर अभी भी पेड़ टूटे पड़े है। नगर निगम के अधिकारी अभी तक उन्हें उठा नहीं सके है। जबकि अभी भी कई स्थानों पर बिजली के पोल व तार टूटे पड़े हुए है। उन्हें कोई सहीं करने वाला नहीं है। बागपत रोड पर रात से गायब है बिजली बुधवार देर शाम आंधी आने से बागपत रोड बाईपास कॉलोनी में बुधवार की देर शाम से बिजली गायब है। लोग कई बार बिजली घरों पर शिकायत दर्ज करवा चुके है। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। कई जगह अभी भी बिजली के पोल टूटे हुए है। बिजली विभाग के अफसर चौबीस घंटे बाद भी बिजली के पोल सहीं नहीं कर सके। भीषण गर्मी में हालत हो रहे खराब मेरठ शहर व देहात में बिजली न आते से लोगों के गर्मी से हालात खराब हो रहे हैं। बिजली विभाग के कार्यालयों में कर्मचारियों ने शिकायती नंबरों को भी बंद कर दिया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। आंधी ने मचाई तबाही, निगम अधिकारी नहीं करते कार्रवाई मेरठ (जनवाणी): बुधवार देर शाम तेज आंधी से सड़क पर खड़े यूनीपोल गिरने से कई लोग घायल हो गए। इसका मुकदमा नगर निगम के अफसरों पर होना चाहिए। जो लोग चोटिल हुए हैं, उन्हें न्याय मिले। होलसेल एंड रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रपाल का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों के पास ना तो कोई स्कीम है ना कोई योजना है। व्यापार लोगों के व्यापार चौपट हो गए है। इस अवसर पर महामंत्री घनश्याम मित्तल, कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, संगठन प्रभारी अरुण त्यागी ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर अवैध यूनीपोल लगे हुए हैं। नगर निगम के अधिकारियों कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। जिला अस्पताल में बिजलीघर की मशीन पर गिरा पेड़ मेरठ (जनवाणी): जिला अस्पताल में तूफान में पांच पेड़ गिरे। एक पेड़ अस्पताल परिसर में स्थित बिजलीघर की मशीन पर गिरा। जिससे मशीन, बैंड बॉक्स व इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हो गए। इसके साथ ही अस्ताल और इसके आसपास के क्षेत्र अहमद रोड, अमीर रोड, चूने वाला चौक, छतरी वाला पीर तिराहा, जली कोठी, कोठी अतानस आदि क्षेत्रें में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। अस्पताल में दिनभर बिजली आपूर्ति ठप रहने से मेल सर्जिकल वार्ड, फीमेल वार्ड, टीबी वार्ड, आर्थाेपेडिक वार्ड, बच्चा वार्ड में भर्ती मरीज व तीमारदार पंखों की हवा के बिना बिलबिला गए। जिला अस्पताल में एक पेड़ गिरने से कैंटीन की छत पर रखी पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हो गर्इं। उधर मेडिकल कालेज में तूफान ने आठ पेड़ों को उखाड़ फेंका, गनीमत रही कि कोई इनकी चपेट में नहीं आया। कई तमीरदार बाल-बाल बचे। दिनभर पेड़ों को रास्ते से हटवाने का काम चलता रहा। सुबह तक बूंदाबांदी, फिर दोपहर बाद बदला मौसम जनवाणी संवाददाता मोदीपुरम: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आई आंधी और तूफान के बीच मौसम ने करवट बदल ली है। आंधी की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि उसका असर बृहस्पतिवार को भी दिखाई दिया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अभी 25 तक मौसम ऐसे ही रहेगा। पिछले एक सप्ताह से बदल रहा मौसम ने बुधवार की रात में फिर से करवट बदल दी। जिसका असर बृहस्पतिवार को भी देखने को मिला। मौसम के तेवर लगातार बदलते जा रहे हैं।आंधी तूफान के बीच मौसम में आगे भी ऐसे ही बदलाव रहने की संभावना है। बृहस्पतिवार को सुबह दो-तीन घंटे तक हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर में फिर से मौसम बदल गया और तेज धूप निकलने से मौसम में गर्मी का अहसास कराया। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री रात का न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम आर्द्रता 83, न्यूनतम आर्द्रता 56 दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में बारिश 51.2 मिली मीटर दर्ज की गई है। जो पिछले 22 दिन में सबसे ज्यादा हुई है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है की आंधी तूफान और बारिश से जो बेल वाली फैसले हैं। उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। अभी उत्तराखंड के ऊपरी क्षेत्र में एक मौसमी सिस्टम बना हुआ है। जिसका असर आसपास में बना रहेगा और 25 मई तक फिर से अभी आंधी बारिश की संभावना बनी हुई है। आम के लिए आफत बनकर बरसी बारिश और आंधी पश्चिम उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आम की फसल को नुकसान हुआ है। आंधी की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि आम के बागों में आम टूटकर गिर गए आम उत्पादक परेशान है। काफी नुकसान होने के चलते उत्पादकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गई है। तीन-चार बार आ चुकी आंधी लगातार आम की फसल को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है। कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. आर एस सेंगर का कहना है कि आम की फसल में 25 से 30% के नुकसान की संभावना है।

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: यह कैसा हाईटेक मेरठ का बिजली विभाग है। आंधी से गिरे बिजली के खंभे व क्षतिग्रस्त हुए तारों को 24 घंटे बीतने के बाद भी ठीक नहीं कर सका। मेरठ के लाखों लोग बिजली व पानी के लिए तरस गए है। बिजली न आने से पानी की भी किल्लत हो गई है। पूरी रात लोग बिजली को तरसते रहे। कई स्थानों पर बिजली विभाग के अधिकारी बिजली के तारों को ठीक नहीं करा सकें। वहीं, बिजली अधिकारियों का कहना है कि पोल टूटे हुए है तारों पर पेड़ गिरे हुए है। बिजली विभाग का काफी नुकसान हुआ है। तारों को ठीक कराया जा रहा है।

बीते बुधवार देर शाम तेज आंधी आने से बिजली के पोल व तारों पर पेड़ गिर गए। जिससे बिजली के पोल टूट कर जमीन पर गिर पड़े। पूरे क्षेत्र की बिजली गायब हो गई। शास्त्री नगर, मंगलपांडे नगर, जागृति विहार, तक्षशिला कॉलोनी, जयदेवी नगर, नेहरू नगर, फूलबाग कॉलोनी, दिल्ली रोड मेट्रो प्लाजा, माधवपुरम, सांई पुरम, सरस्वती लोक, टीपी नगर नई बस्ती आदि क्षेत्रों में 24 घंटे से बिजली गायब है। वहां पर लोग पीने के पानी के लिए भी तरस गए है। सड़क पर अभी भी पेड़ टूटे पड़े है। नगर निगम के अधिकारी अभी तक उन्हें उठा नहीं सके है। जबकि अभी भी कई स्थानों पर बिजली के पोल व तार टूटे पड़े हुए है। उन्हें कोई सहीं करने वाला नहीं है।

बागपत रोड पर रात से गायब है बिजली

बुधवार देर शाम आंधी आने से बागपत रोड बाईपास कॉलोनी में बुधवार की देर शाम से बिजली गायब है। लोग कई बार बिजली घरों पर शिकायत दर्ज करवा चुके है। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। कई जगह अभी भी बिजली के पोल टूटे हुए है। बिजली विभाग के अफसर चौबीस घंटे बाद भी बिजली के पोल सहीं नहीं कर सके।
भीषण गर्मी में हालत हो रहे खराब

मेरठ शहर व देहात में बिजली न आते से लोगों के गर्मी से हालात खराब हो रहे हैं। बिजली विभाग के कार्यालयों में कर्मचारियों ने शिकायती नंबरों को भी बंद कर दिया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

आंधी ने मचाई तबाही, निगम अधिकारी नहीं करते कार्रवाई

मेरठ (जनवाणी): बुधवार देर शाम तेज आंधी से सड़क पर खड़े यूनीपोल गिरने से कई लोग घायल हो गए। इसका मुकदमा नगर निगम के अफसरों पर होना चाहिए। जो लोग चोटिल हुए हैं, उन्हें न्याय मिले। होलसेल एंड रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रपाल का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों के पास ना तो कोई स्कीम है ना कोई योजना है। व्यापार लोगों के व्यापार चौपट हो गए है। इस अवसर पर महामंत्री घनश्याम मित्तल, कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, संगठन प्रभारी अरुण त्यागी ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर अवैध यूनीपोल लगे हुए हैं। नगर निगम के अधिकारियों कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।

जिला अस्पताल में बिजलीघर की मशीन पर गिरा पेड़

मेरठ (जनवाणी): जिला अस्पताल में तूफान में पांच पेड़ गिरे। एक पेड़ अस्पताल परिसर में स्थित बिजलीघर की मशीन पर गिरा। जिससे मशीन, बैंड बॉक्स व इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हो गए। इसके साथ ही अस्ताल और इसके आसपास के क्षेत्र अहमद रोड, अमीर रोड, चूने वाला चौक, छतरी वाला पीर तिराहा, जली कोठी, कोठी अतानस आदि क्षेत्रें में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। अस्पताल में दिनभर बिजली आपूर्ति ठप रहने से मेल सर्जिकल वार्ड, फीमेल वार्ड, टीबी वार्ड, आर्थाेपेडिक वार्ड, बच्चा वार्ड में भर्ती मरीज व तीमारदार पंखों की हवा के बिना बिलबिला गए। जिला अस्पताल में एक पेड़ गिरने से कैंटीन की छत पर रखी पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हो गर्इं। उधर मेडिकल कालेज में तूफान ने आठ पेड़ों को उखाड़ फेंका, गनीमत रही कि कोई इनकी चपेट में नहीं आया। कई तमीरदार बाल-बाल बचे। दिनभर पेड़ों को रास्ते से हटवाने का काम चलता रहा।

सुबह तक बूंदाबांदी, फिर दोपहर बाद बदला मौसम

जनवाणी संवाददाता |

मोदीपुरम: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आई आंधी और तूफान के बीच मौसम ने करवट बदल ली है। आंधी की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि उसका असर बृहस्पतिवार को भी दिखाई दिया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अभी 25 तक मौसम ऐसे ही रहेगा। पिछले एक सप्ताह से बदल रहा मौसम ने बुधवार की रात में फिर से करवट बदल दी। जिसका असर बृहस्पतिवार को भी देखने को मिला। मौसम के तेवर लगातार बदलते जा रहे हैं।आंधी तूफान के बीच मौसम में आगे भी ऐसे ही बदलाव रहने की संभावना है। बृहस्पतिवार को सुबह दो-तीन घंटे तक हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर में फिर से मौसम बदल गया और तेज धूप निकलने से मौसम में गर्मी का अहसास कराया। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री रात का न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम आर्द्रता 83, न्यूनतम आर्द्रता 56 दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में बारिश 51.2 मिली मीटर दर्ज की गई है। जो पिछले 22 दिन में सबसे ज्यादा हुई है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है की आंधी तूफान और बारिश से जो बेल वाली फैसले हैं। उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। अभी उत्तराखंड के ऊपरी क्षेत्र में एक मौसमी सिस्टम बना हुआ है। जिसका असर आसपास में बना रहेगा और 25 मई तक फिर से अभी आंधी बारिश की संभावना बनी हुई है।

आम के लिए आफत बनकर बरसी बारिश और आंधी

पश्चिम उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आम की फसल को नुकसान हुआ है। आंधी की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि आम के बागों में आम टूटकर गिर गए आम उत्पादक परेशान है। काफी नुकसान होने के चलते उत्पादकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गई है। तीन-चार बार आ चुकी आंधी लगातार आम की फसल को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है। कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. आर एस सेंगर का कहना है कि आम की फसल में 25 से 30% के नुकसान की संभावना है।

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