विजेन्द्र कोहली गुरूदासपुरी
सांसों की दुर्गन्ध हमारे व्यक्तित्व पर पहाड़ सा प्रहार है। हम दूसरों से बात करने में कतराते हैं, दूसरों को भी हमसे बात करने में घिन आती है और वह बात करने में गुरेज करता है। हमारे एक मित्र के मुंह से भयंकर बदबू आती थी। उसका नाम हमने सैप्टिक टैंक डाल रखा था। अब आप अपना अनुमान स्वयं लगा लें। कभी कभी पाचन संस्थान, मुंह के इन्फेक्शन, गले के इन्फेक्शन के कारण मुंह या नाक में से दुर्गन्ध युक्त सांस निकलती है। इसका आभास स्वयं को भी हो जाता है।
आप इसके कारण जान कर इस रोग का निवारण करें। मुंह में फंगल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण लम्बी कब्ज या दांतों, मसूड़ों के पीछे टार जमने, दांतों में फंसा भोजन सड़ने के कारण, पायरिया या जिजीवाइटिस के कारण मुंह दुर्गन्ध युक्त हो सकता है।
यदि आप चाहते हैं कि सामने वाला आपसे बात करने से न कतराए, न आप किसी से बात करने से कतराएं, आपको मुंह की दुर्गन्ध न सताए, आपको आपका पति या पत्नी यह न कह दे कि तेरी सांसों से, मेरी सांसों को बदबू आ रही है तो कुछ सावधानी बरतें। अपने पथापथ्य, खानपान व दिनचर्या में परिवर्तन लाएं। जागरूकता और सावधानी ही समझदारी एवं रोगमुक्त रहने की निशानी है। कुछ सुविधा सूत्रों को दैनिक जीवन में धारण करना होगा।
’ प्रतिदिन प्रात: व रात्रि अच्छे मेडिकेटड टूथ पेस्ट से दांत साफ करें।
’ ब्रश करने का सूत्र है नीचे से ऊपर, ऊपर से नीचे, अन्दर से बाहर की तरफ धीरे धीरे चलाएं। नर्म जीभी से जुबान साफ रखें। गर्म पानी से मुंह साफ करें। जुबान का पिछला हिस्सा विशेष तौर पर साफ करें। वहीं पर बैक्टीरिया छिपे घुसे रहते हैं।
’ प्रात: सायं गरारे करें। भोजन के बाद कोसा, गर्म पानी पिएं।
’ कब्ज न होने दें। फाइबर, सलाद, शाक सब्जी खाएं। रसायुक्त आहार ज्यादा लें।
’ दांतों के अन्दर मसूड़ों पर टार की परत न जमने दें। डेंटिस्ट से दांतों की सफाई करवाएं।
’ सिगरेट, शराब, कम करें, सिगरेट मत पिएं। आपके कपड़ों में भी निकोटिन सी बदबू आने लगती है। पान तम्बाकू मत चबाएं।
’ गले के इन्फेक्शन का इलाज कराएं। पेट साफ रखें। मसूड़े लाल हों तो डेंटिस्ट से मिलें। जुबान पर मैल जमा न होने दें।
’ सड़े दांत में भोजन फंस कर सड़ांध पैदा करता है। गर्म नमकीन पानी से कुल्ले करें।
’ नकली डेंचर हो तो हर भोजन के बाद दांत निकाल कर ब्रश से साफ करें। नकली डेंचर को रात्रि को पानी में रख दें।
’ हिलते दांतों को निकलवा लें। दांत गले व मुंह की समुचित सफाई रखें।
’ इलायची, सौंफ, मुलहठी चबाते रहे। माउथ फ्रेशनर का प्रयोग करें। लिस्टरीन से गरारे करें। पानी डालकर मुंह में घुमाएं।
’ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाएं। विटामिन सी युक्त भोजन खाएं। नींबू आंवला, अमरूद, टमाटर, संतरा, किन्नू और मौसमी खाएं। मुंह की दुर्गन्ध व दांतों की सड़न से निजात पाएं।