- भारी जाम, रेंगते रहे वाहन, खड़ौली ईदगाह के मुस्लिम मीट मार्केट के चलते हालात बेकाबू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनएच-58 पर रविवार शाम भारी जाम के चलते हाइवे पर हजारों वाहनों की पहिए थम गए। हाइवे होते हुए भी वाहन फर्राटा भरने के बजाए रेंगते हुए नजर आए। हाइवे का मोदीपुरम से लेकर परतापुर का 10 मिनट का रास्ता 60 मिनट में पार हुआ। हाइवे पर केवल मेनरोड ही नहीं सर्विस रोड पर भी जबरदस्त जाम था और रही सही कसर जल्दी निकलने के चक्कर में रॉग साइड से आने वाले भारी वाहनों ने पूरी कर दी। जाम की सबसे ज्यादा खराब दशा शोभापुर और खड़ौली भोला रोड वाले एरिया में रही।
किसी आफत से कम नहीं है मुस्लिम होटल
वैसे तो हाइवे पर ग्रीन वर्ज में करीब तीन दर्जन अवैध होटल व ढाबे बना दिए गए हैं। यह सब मेरठ विकास प्राधिकरण के कुछ भ्रष्ट अफसरों की वजह से हुआ, लेकिन सबसे ज्यादा संकट हाइवे के खड़ौली ईदगाह इलाके में है। यहां के मुस्लिम होटलों पर पीक ओवर यानी आमतौर पर शाम छह से रात 11 बजे तक भारी भीड़ रहती है। रात की यदि बात करें तो यहां तड़के चार बजे तक ट्रक, बसें व अन्य गाड़ियां खाने के लिए रुकती हैं। नॉनवेज के शौकीन अक्सर ईदगाह के इन मुस्लिम होटलों व ढाबों पर ही रुकते हैं।
यहां रुकने वाले भारी हल्के भारी मसलन बस व ट्रकों की वजह से दशा अधिक खराब हो जाती है। रविवार को भी शाम के समय कुछ ऐसा ही हुआ। भारी भीड़ की वजह से तमाम गाड़ी चालक हलकान रहे। हैरानी तो इस बात है कि हाइवे पर जबरदस्त जाम के बाद भी मुस्लिम होटल ढाबा मालिक जिन गाड़ियों की वजह से जाम लगता है। उन्हें हटवाने को तैयार नहीं होते हैं। जिसका नतीजा यह होता है कि वहां जबरदस्त जाम लगा जाता है। हाइवे पर मोदीपुरम से सुभारती तक ऐसे ही हालात रहते हैं।
शराब के ठेके बने मुसीबत
हाइवे पर शोभापुर व कंकरखेड़ा बाइपास पर शराब के ठेके हैं। इन ठेकों पर हमेशा ही भारी भीड़ लगी रहती है। सबसे ज्यादा जमघट यहां कार से चलने वालों का नजर आता है। रविवार को एक तो जाम की वजह से वैसे ही हाइवे की दशा खराब थी। रही सही कसर कंकरखेड़ा के पुराने पुल के बराबर में बने फ्लाईओवर के नीचे खुले शराब के ठेकों ने पूरी कर दी। इस ठेके पर रुकने वाली गाड़ियों की वजह से जाम के हालात बेकाबू हो गए।
इसके अलावा हाइवे पर शोभापुर के समीप लाला मोहम्मदपुर वाले कट पर भी शराब का ठेका है। इस ठेके पर भी शाम के वक्त भारी भीड़ रहती है। तमाम लोग रोड साइड या फिर रोड पर गाड़ी पार्क कर ठेकों पर पहुंच जाते हैं। हाइवे की स्थिति इतनी ज्यादा नाजुक है कि यदि कोई गाड़ी महज एक मिनट के लिए हाइवे पर रोड साइड में खड़ी की जाए तो इस एक मिनट के भीतर ही वहां भयंकर जाम लगा जाता है। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
रविवार को सिवाया टोल से एक लाख से ज्यादा गाड़ियां गुजरीं
मोदीपुरम: एनएच-58 पर रविवार को सिवाया टोल प्लाजा से करीब एक लाख वाहन गुजरे, जिनकी वजह से हाइवे पर जगह-जगह जाम का असर देखने को मिला। कई जगह पुलिस को भी जाम खुलवाने में मशक्कत करनी पड़ी। वैसे तो प्रत्येक वीकेंड पर शनिवार को दिल्ली एनसीआर शहरों के लोग परिवार और दोस्तों संग उत्तराखंड की वादियों में सैर सपाटे पर जाते हैं। रविवार को यह सैलानी वापस घरों को निकलते हैं, जिस वजह से दोनों दिन हाइवे पर ट्रैफिक की संख्या अधिक होने से जाम के हालात बनते हैं।
मगर, इस बार शुक्रवार, शनिवार और रविवार को तीन दिन की सरकारी छुट्टी होने के कारण लोग अपने घर अथवा सैर सपाटे पर निकल गए थे। रविवार को जब यह लोग एनएच-58 के रास्ते वापस ओर रवाना हुए तो जाम झेलना पड़ा। रविवार सुबह से दोपहर करीब 12 बजे तक सिवाया टोल प्लाजा पर पर वाहनों की संख्या सामान्य रही। मगर, दोपहर एक बजे के बाद से रात तक देहरादून की ओर से मेरठ की तरफ आने वाली सभी लेन पर वाहनों की कतार लगने लगी। टोल प्लाजा की ओर से अतिरिक्त छह कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई,
ताकि जाम से निजात दिलाई जा सके। दो लेन को रिवर्स चलाना पड़ा। टोल के बाद एटूजेड कालोनी कट, दुल्हैड़ा चौकी कट, एसडीएस ग्लोबल अस्पताल के सामने कट, पल्लवपुरम फेज-दो, फेज-एक, रुड़की रोड, कैलाशी अस्पताल के सामने अवैध कट, डाबका कट और खड़ौली के में जाम देखने को मिला। सिवाया टोल प्लाजा के प्रबंधक अनुज सोम ने कहा कि तीन दिन की छुट्टी खत्म होने के बाद लोग वापस घरों को रवाना हो रहे हैं। अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।