जनवाणी ब्यूरो |
मुजफ्फरनगर: एक मां को रोता-बिलखता देख पत्थर दिल भी पिघल जाये, परन्तु खतौली पुलिस का इतना दिल इतना पत्थर हो गया कि उसे मां की ममता भी नहीं पिघला पायी। खतौली पुलिस द्वारा बच्चे को गायब करने के आरोपी को जब मां ने वीआईपी ट्रीटमेंट देता देखा, तो उसने पुलिस से आरोपी से सख्ती से पूछताछ करने की गुहार लगायी, परन्तु आरोपी ने पुलिस के सामने ही पीड़ित मां को गालियां देनी सुरू कर दी। पुलिस व आरोपी का रवैया देखकर मां के सब्र का बांध टूट गया और वह फूट-फूटकर रोते हुए अपने बच्चे की बरामगदी की गुहार लगाने लगी।
दरअसल मामला खतौली थाने क्षेत्र के शराफत कालौनी का है। शराफत कालौनी निवासी रूबीना तलाकशुदा है। रूबीना का साल का बच्चा चार अक्तूबर की षाम पांच बजे संदिग्ध रूप से लापता हो गया था। रूबीना ने बच्चे की गुमषुदगी खतौली थाने में दर्ज करायी थी। पुलिस ने गुमषुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, तो कुछ सुदिग्ध युवक इन कैमरों में आये थे, जिन्हें शक के आधार पर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। रूबीना ने भी एक आरोपी पर शक जाहिर किया था, जो पुलिस हिरासत में था। सोमवार को रूबीना जब अपने बच्चे की बरामदगी की मांग को लेकर खतौली थाने पहुंची, तो उसने देखा कि थाने में आरोपी को पुलिस वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा था। रूबीना ने विरोध जताया, तो आरोपी ने पुलिस के सामने ही रूबीना के साथ गाली-गलौच शुरू कर दी और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पुलिस के सामने आरोपी के रवैये को देखकर बच्चे के गायब होने का दर्द सह रही मां के सब्र का बांध टूट गया और वह फूट-फूटकर रोने लगी। रूबीना ने पुलिस से गुहार लगायी कि उसके बेटे को बरामद करा दी। रूबीना का आरोप था कि यदि पुलिस आरोपी से थोड़ी सख्ती से पूछताछ कर ले, तो उसका बच्चा बरामद हो सकता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीओ रामाशीष यादव ने बताया कि बच्चा गायब होने का मुकदमा दर्ज है और पुलिस द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि बच्चे की सकुषल बरामदगी हो।पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। आरोपी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिये जाने का आरोप निराधार है।